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भाजपा चला रही स्वच्छता अभियान लेकिन यहाँ लोग कूड़े के पास रहने को मजबूर- जानिए वजह

शहर भर का कूड़ा बाकरगंज स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड पर ही डाला जाता है जिसके कारण अब यहां पर कूड़े के ऊँचे ऊँचे पहाड़ बन चुके है जो यहाँ पर रहने वाले लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या है।

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भाजपा चला रही स्वच्छता अभियान लेकिन यहाँ लोग कूड़े के पास रहने को मजबूर- जानिए वजह

बरेली। इस समय भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में स्वच्छता अभियान चला रही है और भाजपा के नेता जगह जगह पर झाड़ू लगाकर साफ़ सफाई कर रहें है। बरेली में भी भाजपा का ये अभियान जारी है बावजूद इसके स्मार्ट सिटी में शामिल बरेली की एक बड़ी आबादी अभी भी कूड़े के पहाड़ के आस पास रहने को मजबूर है। लेकिन इनकी परेशानी दूर करने वाला कोई नहीं। क्योकि शहर में कूड़ा निस्तारण करने का कोई प्लांट नहीं है और शहर भर का कूड़ा बाकरगंज स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड पर ही डाला जाता है जिसके कारण अब यहां पर कूड़े के ऊँचे ऊँचे पहाड़ बन चुके है जो यहाँ पर रहने वाले लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या है। लेकिन यहाँ की आबादी की चिंता शायद किसी को नहीं शायद यही कारण है कि शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिया लगाया गया प्लांट बंद पड़ा है और नई जगह पर प्लांट लग नहीं पा रहा है।

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पहला प्लांट बंद और दूसरे पर भी अड़ंगा

शहर के लोगों को कूड़े से निजात दिलाने और लड़ाकू जहाजों को बर्ड हिट के खतरे से बचाने के लिए लखनऊ दिल्ली रोड पर रजऊ परसपुर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया गया था। इस प्लांट का उद्घाटन सपा सरकार में नगर विकास मंत्री आजम खान ने किया था। प्लांट मौजूदा मेयर उमेश गौतम की यूनिवर्सिटी के बगल में लगा था इस वजह से वो इस प्लांट का लगातार विरोध कर रहे थे और प्लांट के विरोध में उनकी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया था। जुलाई 2013 में एनजीटी ने प्लांट को बन्द करने का आदेश दिया था।इस पर नगर निगम सुप्रीम कोर्ट चला गया। सुप्रीम कोर्ट के स्टे पर प्लांट एक बार फिर शुरू हुआ और मार्च 2014 तक कूड़े का निस्तारण किया गया।इस बीच रजऊ के आस पास के ग्रामीणों ने प्लांट को लेकर एनजीटी में फिर याचिका दाखिल कर दी जिसके बाद एनजीटी ने प्लांट की कमियां दूर कर इसे शुरू करने के निर्देश दिए थे। जिसका नतीजा यह हुआ कि प्लांट बन्द हो गया। 2018 में नगर निगम में भाजपा के मेयर उमेश गौतम के बनने के बाद प्लांट को दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात हुई और फरीदपुर के पास जमीन खरीदी गई लेकिन वहां पर जमीन खरीद में की गई धांधली के बाद वहां भी प्लांट निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। नगर निगम ने बाकरगंज में भी कूड़ा निस्तारण के लिए एक मिनी प्लांट लगाने की बात कही थी लेकिन इस प्लांट पर भी अड़ंगा लग गया।

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पड़ता है शहर भर का कूड़ा
शहर में रोजाना करीब 500 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है और ये कूड़ा बाकरगंज के ट्रंचिंग ग्राउंड में डाला जाता है लेकिन बाकरगंज का ट्रंचिंग ग्राउंड भी फुल हो गया है।यहां पर करीब 170 बीघा जमीन पर 40 फिट ऊंचा कूड़े का ढेर लग चुका है।बाकरगंज में कूड़ा पड़ने से वहां रहने वाले लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहाँ रहने वाले लोग तमाम तरह की संक्रामक बीमारियों से ग्रसित है और कई लोगों की बामारी के कारण मौत भी हो चुकी है बावजूद इसके यहाँ के लोगों की सुनने वाला कोई नहीं।

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सब कुछ भाजपा का लेकिन इस समस्या का निदान नहीं

बरेली में भाजपा के दो सांसद है जिनमे संतोष गंगवार केंद्र सरकार में मंत्री है। जिले की सभी नौ विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक है जिनमे से कैंट विधायक राजेश अग्रवाल प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री है तो आंवला से विधायक धर्मपाल सिंचाई मंत्री है।नगर निगम में भी भाजपा का बोलबाला है मेयर से लेकर तमाम पार्षद भाजपा के ही है बावजूद इसके शहर को कूड़े से निजात दिलाने के लिए एक प्लांट नहीं लग पा रहा है।

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