
इस जिले में शिवपाल की दस्तक के बाद सपा में भगदड़
बरेली। समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का असर बरेली में दिखना शुरू हो गया है। धाकड़ समाजवादी नेता वीरपाल सिंह यादव और बसपा नेता शहला ताहिर के शिवपाल यादव के सेक्युलर मोर्चा में शामिल होने के बाद सपा और बसपा में भगदड़ मचना शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए है लेकिन सपा छोड़ने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आंवला में रामनगर की पूर्व ब्लॉक प्रमुख अनुराधा यादव ने अपने तमाम समर्थकों के साथ सेक्युलर मोर्चा में आस्था जताते हुए सपा को अलविदा कह दिया तो वहीँ बहेड़ी में भी सपा और बसपा के तमाम नेताओं ने सेक्युलर मोर्चा में शामिल होने की घोषणा कर दी है।
ये भी पढ़ें
तमाम लोगों ने छोड़ी पार्टी
शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की धमक का असर ही है कि आंवला और बहेड़ी विधानसभा के तमाम नेताओं ने सपा और बसपा को अलविदा कह कर शिवपाल सिंह यादव में अपनी आस्था जताई है। आंवला में रामनगर की पूर्व ब्लॉक प्रमुख अनुराधा यादव ने समाजवादी पार्टी छोड़ते हुए कहा कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया लेकिन सपा के जिला संगठन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की और न ही उनका साथ दिया गया इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने रास्ते से भटक गई है। बहेड़ी में भी तमाम सपा और बसपा नेताओं ने अपनी अपनी पार्टी को अलविदा कह कर शिवपाल का हाथ थाम लिया है।
ये भी पढ़ें
संगठन बनना शुरू
वीरपाल यादव के साथ समाजवादी पार्टी छोड़ने वाले मलखान सिंह यादव को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनाया गया है जबकि डॉक्टर खालिद को महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही सपा छोड़ने वाले अशोक यादव को महानगर महासचिव बनाया गया है। समाजवादी पार्टी की तरह ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का जिलाध्यक्ष यादव को तो महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी मुस्लिम को दी गई है। शिवपाल यादव ने जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष को मोर्चे के प्रचार प्रसार करने और लोगों को मोर्चे से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है।
ये भी पढ़ें
जमानत जब्त हो जाएगी
वही डैमेज कंट्रोल में जुटे सपा के जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव ने कहा कि सेक्युलर मोर्चा के नेता वीरपाल में अगर हिम्मत हो तो वो आंवला से चुनाव लड़ कर दिखाएं क्षेत्र की जनता और हम समाजवादी लोग उनकी जमानत जब्त करवा देंगे। इसके साथ ही शुभलेश यादव ने कहा कि वो जानते है कि वीरपाल चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए वो किसी और को बलि का बकरा बनाएंगे।
ये भी पढ़ें
Published on:
14 Oct 2018 01:21 pm
बड़ी खबरें
View Allबरेली
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
