
बरेली। शुक्रवार को हुए बवाल के बाद पुलिस और प्रशासन ने मौलाना तौकीर रजा और उनके करीबियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। गिरफ्तारी की कार्रवाई के बाद अब आईएमसी प्रवक्ता डॉ. नफीस पर भी प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। नगर निगम और बीडीए की संयुक्त टीम ने सोमवार को नावल्टी चौराहे पर पहलवान साहब की दरगाह की आड़ में नाले पर बनी 37 अवैध दुकानों को सील कर दिया।
जानकारी के मुताबिक इन दुकानों से हर महीने मोटी उगाही होती थी, जिसे आईएमसी प्रवक्ता डॉ. नफीस संचालित करते थे। वह इन दुकानों को वक्फ की संपत्ति बताकर खुद को मुतव्वली घोषित करते रहे हैं। बीते दिनों किला इंस्पेक्टर को हाथ काटने की धमकी देने का वीडियो सामने आने के बाद से डॉ. नफीस फरार चल रहे हैं।
कानपुर में ईद-मिलादुन्नबी के पोस्टर विवाद के बाद प्रदेशभर में विरोध की लहर उठी थी। इसी क्रम में बरेली के किला क्षेत्र में भी प्रदर्शन की तैयारी हुई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो डॉ. नफीस भिड़ गए और उनका धमकी भरा वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद शहर का माहौल और बिगड़ गया। 19 सितंबर को मौलाना तौकीर रजा ने वीडियो जारी कर इस्लामिया मैदान से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने के लिए रैली की अपील की थी। प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी, लेकिन शुक्रवार को मौलाना ने फिर वीडियो जारी कर भीड़ जुटाने का आह्वान कर दिया। नमाज के बाद झंडे और तख्तियां लिए सैकड़ों लोग इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान की ओर बढ़े। खलील तिराहे पर पुलिस ने रोका तो अचानक पथराव शुरू हो गया। भगदड़ में कई बाइकें क्षतिग्रस्त हो गईं और दुकानों के शीशे टूट गए।
बवाल की सूचना मिलते ही शहर छावनी में तब्दील हो गया। डीआईजी अजय साहनी, एसएसपी अनुराग आर्य और डीएम अविनाश सिंह समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा और बार-बार लौटने वालों को आंसू गैस व लाठीचार्ज से तितर-बितर किया। अचानक हुए उपद्रव से आलमगिरीगंज, बांसमंडी, सिविल लाइंस, बड़ा बाजार, कुतुबखाना और बिहारीपुर की दुकानें बंद हो गईं। भगदड़ और पथराव से माहौल तनावपूर्ण रहा। देर रात तक पुलिस का फ्लैगमार्च और निगरानी अभियान जारी रहा।
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Updated on:
29 Sept 2025 06:40 pm
Published on:
29 Sept 2025 06:39 pm
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