
बरेली। कुतुबखाना चौराहे से किला क्रॉसिंग तक सड़क को चीरने वाली जियो डिजिटल फाइबर कंपनी अब फंसती नज़र आ रही है। नगर निगम ने इसे शासनादेश की धज्जियां उड़ाने वाला सीधा अपराध मानते हुए 4.50 लाख रुपए जमा करने का अंतिम नोटिस दे मारा है। कंपनी को 72 घंटे का वक्त दिया गया है। पैसा नहीं जमा हुआ, तो सीधा एफआईआर की कार्रवाई होगी।
नगर निगम का दावा है कि कंपनी ने सड़क को बिना अनुमति काटा, जगह–जगह गड्ढे छोड़ दिए, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहा। स्थानीय पार्षद समेत जनप्रतिनिधियों ने निगम से शिकायत की, जिसके बाद पूरा मामला गर्मा गया। 13 नवंबर को क्षेत्रीय अवर अभियंता ने पूरे रास्ते का निरीक्षण किया। रिपोर्ट में साफ लिखा गया कि कंपनी ने एक इंच भी अनुमति नहीं ली और सीधे रोड काट डाली। यही नहीं, निगम ने जीपीएस लोकेशन वाली तस्वीरें साक्ष्य के रूप में लगा दीं, ताकि कंपनी बहाने ना बनाए।
निगम के एक्सईएन राजीव कुमार राठी के मुताबिक, कंपनी को पहले भी नोटिस जारी किया था, लेकिन पैसा नहीं जमा किया। इसलिए अब अंतिम चेतावनी जारी हुई है। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने आदेश दिया है कि 72 घंटे में रकम जमा नहीं हुई तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निगम ने साफ कर दिया है कि अब बिना अनुमति सड़क काटने वालों पर सीधे जुर्माना और मुकदमा चलेगा। शहर में मनमानी करने वाली कंपनियों को यह संदेश दिया गया है सड़क जनता की है, कॉरपोरेट की जागीर नहीं है।
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Published on:
09 Dec 2025 07:53 pm
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