रुहेलखंड उद्योग व्यापार मंडल ने मामले की शिकायत की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि डेढ़ करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट में चेहते फर्म को फायदा पहुंचाने के लिए गड़बड़ी की गई है। मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने मामले की जांच करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि लखनऊ से लौटकर संबंधित प्रोजेक्ट की फाइल देखने के बाद कुछ निर्णय लिया जाएगा। मामला गंभीर है।
निर्माण के लिए पास किया गया था 6.40 लाख बजट शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सड़क निर्माण कार्य लोकसभा चुनाव के दौरान शुरू किया गया था और जेई के सुपरविजन में नहीं किया गया। नाली निर्माण का कार्य भी कहीं हुआ और कहीं नहीं। जबकि इसके लिए 6.40 लाख का बजट पास किया गया था। सड़क निर्माण में सरिया का इस्तेमाल दिखाया गया लेकिन कहीं पर भी इसका इस्तेमाल नहीं किया गया।
मामले के तथ्य यह हैं: - डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का प्रोजेक्ट
- आर्किटेक्ट को 1.76 लाख रुपये का भुगतान
- विभाग में मुख्य अभियंता, एक्सईएन, एई, जेई जैसे कई इंजीनियर मौजूद हैं
- सड़क निर्माण कार्य लोकसभा चुनाव के दौरान शुरू किया गया था
- जेई चुनाव ड्यूटी में था, इसलिए कार्य सुपरविजन में नहीं किया गया
- विभाग ने सड़क निर्माण में सरिया का इस्तेमाल दिखाया, लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं किया गया