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यूपी पुलिस ने पेश की मानवता की मिसाल, महिला की गुहार पर दिया अर्थी को कंधा, कराया अंतिम संस्कार

UP Police ने अंतिम संस्कार के लिए घर में पड़ा कारोबारी के शव का किया अंतिम संस्कार

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घर में कोई नहीं था अंतिम संस्कार के लिए, पुलिस ने दिया अर्थी को कंधा

घर में कोई नहीं था अंतिम संस्कार के लिए, पुलिस ने दिया अर्थी को कंधा

बरेली. कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की वजह से इन दिनों अपने अपनों के ही शव को कंधा देने से इंकार कर रहे हैं। अंतिम संस्कार के इंतजार में कई ऐसी लाशें पड़ी रहती हैं। ऐसे में यूपी पुलिस (UP Police) ने अपने सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन करते हुए बड़ा उदाहरण पेश किया है। प्रेमनगर बीडीए कॉलोनी की रहने वाली राजरानी ने पीआरवी 151 को फोन किया। उन्होंने कहा कि उनके पति की प्रेमनगर में कूलर की दुकान थी। शुक्रवार सुबह जल्दी पति विजय कुमार मेहंदी रत्ता की मौत हो गई है। उनके घर में कोई नहीं है। सिर्फ एक बेटा है लेकिन वह 10 साल का है। घर में किसी और के न होने की वजह से अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है। महिला का इतना कहना था कि पीआरवी की सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने महिला के पति के शव की अर्थी को न केवल कंधा दिया बल्कि अंतिम संस्कार भी कराया।

भगवान के भेजे फरिश्ते है पुलिस

मृतक कारोबारी की पत्नी राजरानी ने पुलिस की मदद पर कहा कि पुलिस नहीं भगवान के भेजे फरिश्ते मेरे घर आए थे। उन्होंने मेरे पति का अंतिम संस्कार करवाया। दो मुस्लिम युवकों ने भी उनके पति की अर्थी को कंधा देकर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की। पुलिस की ऐसी मदद पर पूरे जिले में उनकी जमकर तारीफ की गई है।

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