मुख्य समस्या: ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या बाजार में जाम की सबसे बड़ी वजह ई-रिक्शा की बेतहाशा संख्या थी, जिससे व्यापारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। व्यापारियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए संबंधित अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लिया और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की पहल की गई। अब बाजार के प्रमुख रास्तों पर ई-रिक्शा के प्रवेश पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी।
ट्रैफिक पुलिस की तैनाती और नए नियम यातायात पुलिस ने किला से कुतुबखाना तक ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए विशेष रूप से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। इसके अलावा, पुलिस ने गलियों में होमगार्ड तैनात करने की भी योजना बनाई है ताकि ई-रिक्शा अन्य रास्तों से होकर बाजार में प्रवेश न कर सके। पुलिस की यह योजना त्योहारों के दौरान बाजारों में भीड़ को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
वाहन खड़ा करने के नए निर्देश ट्रैफिक पुलिस व्यापारियों को भी नियमों के प्रति जागरूक कर रही है। उन्हें बताया जा रहा है कि बाजार में आने वाले ग्राहकों की गाड़ियाँ सड़कों पर खड़ी न की जाएं, बल्कि खाली स्थानों या बाजार के किनारे खड़ी की जाएं। अगर किसी व्यापारी या ग्राहक ने इस नियम का पालन नहीं किया, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, व्यापारियों को अपने माल की लोडिंग और अनलोडिंग का काम सुबह जल्दी या फिर बाजार बंद होने के बाद करने की सलाह दी गई है।
ई-रिक्शा के लिए वैकल्पिक मार्ग ई-रिक्शा को अब कुतुबखाना की ओर जाने की अनुमति नहीं होगी। इन्हें कोहाड़ापीर की ओर निकाला जाएगा, जिससे बाजार में जाम की समस्या को नियंत्रित किया जा सके। साथ ही, सड़कों पर खड़े वाहनों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे त्योहारों के दौरान बाजारों में भीड़ बढ़ने के बावजूद जाम की स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, जिससे बाजार आने वाले लोग बिना किसी असुविधा के खरीदारी कर सकेंगे।