7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बरेली

तीन तलाक अध्यादेश को बरेलवी उलेमा सुप्रीम कोर्ट में देंगे चुनौती

बैठक में फैसला हुआ है कि सरकार द्वारा लाए गए तीन तलाक के अध्यादेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी

Google source verification

बरेली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन तलाक के कानून का विरोध शुरू हो गया है। इस कानून को बरेलवी उलेमाओं ने शरीयत में दखल मानते हुए इस कानून को चुनौती देने की घोषणा की है। शुक्रवार को दरगाह आला हजरत स्थित नूरी महमान खाना में तीन तलाक़ के सम्बन्ध में उलेमाओं और बुद्धिजीवियों की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता रज़ा एकेडमी मुम्बई के महासचिव मौलाना सईद नूरी ने की। बैठक में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन तलाक के अध्यादेश को मुसलमानों के मज़हवी और शरई मामलों में दखल बताया गया। बैठक में फैसला हुआ है कि सरकार द्वारा लाए गए तीन तलाक के अध्यादेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी जिसके लिए वकीलों से बात की जा रही है।

ये भी पढ़ें

ताजिया जुलूस के विरोध पर भाजपा विधायक पर बलवे के मुकदमे, कहा- इतनी बर्बरता तो अंग्रेजों ने भी नहीं की

मुसलमानों को परेशान कर रही सरकार

बैठक में मौलाना सईद नूरी ने कहा कि केन्द्र सरकार जान बूझकर मुसलमानों को परेशान कर रही है। तीन तलाक़ के अलावा भी देश में गौ रक्षा के नाम पर असामजिक तत्व मुसलमानों को जगह जगह निशाना बनाकर मार रहे हैं। लोकतांत्रिक देश में इस तरह की घटनाएं देश हित में नहीं है इससे दोनों सम्प्रदायों में नफरत की भावना पैदा हो गयी है। जगह जगह संविधान की धाराओं का उल्लघंन किया जा रहा है, देश संविधान से चलता है ना कि चन्द लोगों के सिमित नजरिए से। तीन तलाक का अध्यादेश लाने पर उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लगाए।

ये भी पढ़ें

ताजिये को लेकर दो समुदायों के बीच हुए विवाद में पुलिस ने किया लाठीचार्ज, विधायक ने दी आत्महत्या की धमकी, जानिए क्या है मामला

ये मुद्दे भी उठे बैठक में

मौलाना ने साऊदी हुकूमत के उस फैसले पर भी एतराज़ जताया है जिसमें साऊदी हुकूमत ने आदेश जारी करके कहा है कि एक बार से ज्यादा मक्का और मदीना शरीफ़ का उमरा करने वाले लोगों पर दो हजार रियाल फीस ज्यादा देना होगा इस अधिक वसूली को वापस लिया जाए। मौलाना ने चाइना सरकार द्वारा मुसलमानों को परेशान करने का मुद्दा भी उठाया उन्होंने कहा कि चीन की हुकूमत मस्जिदों और मदरसों को बंद कर रही है। इस्लाम के अनुयायियों को पकड़ पकड़ कर जबरदस्ती ब्रेन वाश करके इस्लाम को छोड़ने और कम्यूनिज्म के नजरियात को दिलो दिमाग में बैठाने पर जोर दिया जा रहा है। इस तरह की कार्यवाही अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लघंन है। अगर चाइना की सरकार बाज नहीं आई तो हिंदुस्तान के मुसलमान विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।

ये भी पढ़ें

VIDEO- कक्षा 9 के छात्र ने इस तरह किया चोरी की घटना का खुलासा

विदेश मंत्री को देंगे ज्ञापन

बैठक में तन्जीम उल्मा-ए – इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शाहबुद्दीन रजवी ने बताया कि बहुत जल्द सऊदी और चीनी दूतावास पर प्रदर्शन किया जाएगा और विदेश मंत्री से मिलकर इस सम्बन्ध में ज्ञापन दिया जाएगा। बैठक में मुफ्ती मज़हर इमाम कादरी, मौलाना ताहिर रज़ा फरीद़ी, मुफ्ती मुशर्रफ हुसैन, मौलाना अमीनूल कादर, हाजी नाजिम बेग , मौलाना शाकिर हुसैन, हाजी इकरार नूरी, मौलाना महफुज आलम, मौलाना सिकंदर आदि लोग उपस्थित थे।

ये भी पढ़ें

लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के सामने आयी ये मुश्किल

बड़ी खबरें

View All

बरेली

उत्तर प्रदेश