
बरेली. यूपीएससी की आईईएस 2020 परीक्षा में फर्स्ट रैंक हासिल कर ईशा स्वरूप ने बरेली का नाम पूरे देश में रोशन किया है। परिणाम जारी होने के बाद से ईशा के परिवार में जश्न का माहौल है। बता दें कि ईशा ने यह सफलता अपने पहले प्रयास में ही हासिल की है। इस सफलता श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए ईशा का कहना है कि एक फौजी की तरह टारगेट तय करते हुए कड़ी मेहनत और लगन से यह कामयाबी पायी है।
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विस (IES) 2020 की परीक्षा में फर्स्ट रैंक पाने वाली ईशा स्वरूप का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के लिए लगन के साथ कड़ी मेहनत अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि अधिकतर युवा कड़ी मेहनत तो करते हैं, लेकिन विषय में रुचि नहीं होने के कारण वे अच्छे नंबर नहीं हासिल कर पाते हैं। ईशा का कहना है कि शुरुआत से ही उनकी इकोनॉमिक्स में रुचि रही है। इकोनॉमिक्स में ही उन्होंने बैचलर और मास्टर डिग्री हासिल की है। अब वह आईईएस में चयनित होकर बेहद खुश और देश की सेवा करना चाहती हैं। उन्होंने युवाओं को टिप्स देते हुए कहा कि परीक्षा में सफल होने के लिए एक फौजी की तरह टारगेट तय कर कड़ी मेहनत करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। अपनी सफलता का श्रेय ईशा ने माता-पिता और बड़ी बहन नेहा को दिया है।
बता दें कि ईशा के पिता का नाम कर्नल अभय स्वरूप और मां का नाम मधुलिका स्वरूप है। पिता कर्नल अभय स्वरूप बेटी की सफलता से बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि ईशा ने प्रारंभिक शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल बरेली से हुई है। दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एमए करने के बाद ईशा डाटा साइंटिस्ट के पद पर कार्यरत है। ईशा की मां मधुलिका स्वरूप बरेली में ही चार स्कूल की संचालक हैं। इन स्कूलों की स्थापना ईशा के परदादा स्वर्गीय डॉ. श्याम स्वरूप ने की थी। बता दें कि ईशा का परिवार बरेली के ग्रेटर ग्रीन पार्क में रहता है।
Published on:
01 Aug 2021 02:03 pm
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