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विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद ताजा हुई मुकुल एनकाउंटर की याद, आईपीएस पर है आरोप क्या था मामला एप्पल कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी अपनी एक महिला मित्र के साथ शुक्रवार देर रात गोमती नगर इलाके से गुजर रहे थे। जहां पर उन्हें प्रशांत चौधरी नाम के सिपाही ने गोली मार दी थी जिससे कि विवेक तिवारी की मौत हो गई थी। घटना के बारे में सिपाही का कहना है कि विवेक तिवारी ने उनकी मोटरसाइकिल में टक्कर मारी थी और उसे भी कुचलने की कोशिश की गई थी इसलिए आत्मरक्षा में उसने गोली चलाई जो विनोद तिवारी को लगी इस घटना के बाद लखनऊ पुलिस ने दो अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने प्रशांत मलिक और एक अन्य सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है साथ ही सिपाहियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
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बरेली को मिला डेमू ट्रेन का तोहफा, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने किया ट्रेन को रवाना- देखें वीडियो चल रही मुहीम इस हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है। और आरोपी सिपाहियों के पक्ष में भी मुहिम चलाई जा रही है सिपाहियों को कोर्ट केस लड़ने के लिए आर्थिक मदद मांगी जा रही है। खाते में तमाम लोग रुपये ट्रांसफर कर रहे हैं। ग्रुप में सिपाही की पत्नी की पासबुक की फोटो डाली गई है जिसमें खाता नंबर दिया गया है लोग इस खाते में रुपए ट्रांसफर कर रहे हैं। बरेली के भी सिपाहियों ने बताया कि ऐसे मैसेज रहे हैं अगर कोई बरेली से रूपये भेजेगा तो हम भी भेज देंगे।