उपनयन संस्कार करवाए गए
विरात्रा मेले के दूसरे दिन विभिन्न क्षेत्रों से सवेरे से ही उमड़ रहे श्रद्धालुओं ने वांकल माता के मंदिर दर्शन, पूजन कर खुशहाली एवं सुख समृद्धि की कामनाएं की। श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन कर मन्नतें मांगी। हवन कुंड में नारियल का होम किया तथा प्रसाद अर्पण किया। जत्थे डीजे की गूंज पर नाचते गाते विरात्रा पहुंचे। नव विवाहित दंपतियों के सुखद दांपत्य जीवन की कामनाएं की एवं नवजात शिशुओं की उपनयन संस्कार करवाए गए। मेले को लेकर ट्रस्ट की ओर से व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं, वांकल माता के मंदिर को सुंदर सजाया गया है। मेला परिसर में रोशनी के माकूल प्रबंध किए गए हैं।
दिनभर पैदल यात्रियों के जत्थों की आवाजाही
ट्रस्ट अध्यक्ष कैप्टन सगतसिंह परो एवं सचिव भैरसिंह ढोक ने बताया कि मेले के सम्बंध में वीरात्रा ट्रस्ट की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए निशुल्क भोजन, पानी, बिजली, चिकित्सा सहित सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए गए हैं। वाहनों के लिए अलग पार्किंग एवं यातायात व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट मंडल के पदाधिकारियों एवं ट्रस्टियों सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मेले की व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने तथा सेवा कार्यों में जुटे रहे।
छोटे बड़े वाहनों की कतारें लगी
पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने विरात्रा मेले में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाए रखने तथा यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए सेवाएं दे रहे हैं। विरात्रा मेले को लेकर लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही के चलते दिनभर पैदल यात्रियों के जत्थों सहित हजारों छोटे बड़े वाहनों की कतारें लगी रही।