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जांच में आय से दोगुनी से अधिक की मिली सम्पत्ति, तत्कालीन अधिशाषी अभियंता के खिलाफ मामला दर्ज

पीएचईडी के बालोतरा के तत्कालीन अधिशाषी अभियन्ता का मामला -गत जून में एसीबी ने की थी ट्रेप की कार्रवाई-जेजेएम योजना की फर्म से ली थी रिश्वत

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बालोतरा स्थित आरोपी का आवास, जहां पर हुई थी गत जून में ट्रेप की कार्रवाई। file

बालोतरा स्थित आरोपी का आवास, जहां पर हुई थी गत जून में ट्रेप की कार्रवाई। file

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बाड़मेर की ओर से कार्यवाही के तहत तत्कालीन अधिशाषी अभियन्ता पीएचईडी खण्ड, बालोतरा जयप्रकाश गुप्ता के विरुद्ध आय से अधिक सम्पति अर्जित करने के प्रकरण में मामला दर्ज किया गया।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास सुण्डा ने बताया कि जून 2022 में परिवादी अन्नाराम ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया कि उसकी फर्म की ओर से पीएचईडी खंड बालोतरा में जल जीवन मिशन योजना के तहत करीब 1 करोड़ 21 लाख रुपए का कार्य किया किया। जिसके बिल भुगतान की एवज मे अधिशाषी अभियन्ता पीएचईडी खण्ड, बालोतरा जयप्रकाश गुप्ता 2.5 प्रतिशत कमीशन के रूप रिश्वत मांग रहा है। शिकायत पर गोपनीय सत्यापन करवाया गया तो परिवादी की फर्म का बकाया भुगतान करने की एवज में 2.5 प्रतिशत कमीशन के कुल 3 लाख रुपए की मांग करते हुए सत्यापन के दौरान 2 लाख रुपये रिश्वत राशि परिवादी से प्राप्त कर ली एवं शेष 1 लाख और रिश्वत की मांग की। जिस पर 19 जून, 2022 को ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपी जयप्रकाश गुप्ता को उसके रहवासीय मकान अग्रवाल कॉलोनी बालोतरा में 1 लाख रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया था।

आय से 121 फीसदी से ज्यादा मिला पैसा

तलाशी के दौरान उसके बालोतरा के मकान में 8,13,630 रुपए रोकड़ राशि भी मिली थी। इसके बाद आरोपी के मकान का मूल्यांकन सार्वजनिक निर्माण विभाग बाड़मेर से तकनीकी टीम गठित कर करवाया जाकर रिपोर्ट प्राप्त की गई। आरोपी के कनिष्ठ अभियन्ता से लेकर अधिशाषी अभियन्ता की राजकीय सेवा में आहरित किए गए वेतन-भत्तों से संबंधित दस्तावेजी सूचना प्राप्त किए गए। आरोपी और उसके पारिवारिक सदस्यों के बैंक खातों के विवरण एवं गुप्ता एवं परिजनों के बैंक लॉकर में मिली सम्पति का मूल्यांकन करवाया गया। आरोपी के मूल विभाग पीएचईडी में पदस्थापन वर्ष 1987 से 2022 तक लोक सेवक की हैसीयत से सेवाकाल के दौरान वेतन-भत्तों आदि से प्राप्त कुल आय 1,09,67,985 रुपए की तुलना में स्वयं व परिजनों-रिश्तेदारों के नाम कुल अर्जित चल-अचल सम्पितियों व व्यय राशि का योग 2,43,22,949 रुपए होना पाया गया। जो आरोपी अधिकारी के वैध स्रोतों से प्राप्त आय से 1,33,54,964 रुपए (121.76 प्रतिशत) अधिक राशि अर्जित करना पाया गया। अवैध स्त्रोतों से आय अर्जित करने पर आय से अधिक सम्पति अर्जित करने का अपराध प्रथम दृष्टया कारित करना पाए जाने पर रिपोर्ट ब्यूरो मुख्यालय जयपुर भेजने पर प्रकरण पंजीबद्व किया गया। आरोपी के विरुद्व प्रकरण में अनुसंधान जारी है।


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