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चुनाव ड्यूटी कार्मिकों ने डाला डेरा, बेसहारा को नहीं मिल रही राहत

- शहर में दो जगह संचालित हो रहे है आश्रय स्थल

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Barmer shelter news

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भवानीसिंह राठौड़

बाड़मेर. हाड कंपाती सर्दी में शहर में घुमने वाले बेसहारा व घुमंतू लोगों को सर्दी में राहत देने के लिए नगर परिषद की ओर से करोड़ो रुपए खर्च कर बनाए गए आश्रय महज दिखावा बनकर रह गए है। यहां न तो पीने का पानी है और न ही बेसहारा व घुमंतू लोगों को प्रवेश मिल रहा है। वर्तमान समय में इन रैन बसेरो में चुनाव ड्यूटी में लगे सरकारी कार्मिकों के लिए राहत बने हुए है।


दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत नगर परिषद ने बाहर से आने वाले व बेसहारा लोगों के रुकने के लिए नि:शुल्क सुविधा प्रदान करने के लिए शहर में दो आश्रय स्थालों का निर्माण वर्ष-2016 में करवाया था। यहां नियमानुसार रुकने वालों के लिए भोजन की व्यवस्था भी नि:शुल्क थी, लेकिन वर्तमान में हालात यह है कि यहां भोजन तो बन ही नहीं रहा है।
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गार्ड बना रहा था भोजन
पत्रिका टीम रविवार शाम 7.45 बजे शहर के आदर्श स्टेडियम आश्रय स्थल पहुंची। यहां रसोई घर में एक गार्ड खाना बना रहा था। पूछा तो बताया कि गार्ड हूं, उस दौरान कोई भी बाहरी व्यक्ति रुका हुआ नहीं था। गार्ड से पूछा तो बताया कि लोग आते है, आज तो चुनाव ड्यूटी वाले रुके हुए है। और नगर परिषद के एक अधिकारी यहां रुकते है। बाहरी लोगों के लिए खाना नहीं बनता है।


चुनाव ड्यूटी कार्मिकों से भरा था आश्रय स्थल
पत्रिका टीम शहर के महावीर टाऊन हॉल के आगे आश्रय स्थल पहुंची। यहां एक हॉल में चुनाव ड्यूटी में आए कार्मिक सो रहे थे। उसके पास वाला कक्ष बंद पड़ा था। रजिस्टर ेदेखा तो उसमें प्रतिदिन 2-3 जनों के रुकने की एट्री थी। यहां पीने के पानी को लेकर कोई इंतजाम नहीं थे। साथ ही इसोई घर में खाने को लेकर कोई इंतजाम नहीं थे। पूछा तो बताया कि खाना नहीं बन रहा है।


कोविड-19 को लेकर नहीं इंतजाम
दोनों आश्रय स्थल पर कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना नहीं की जा रही है। यहां न साफ सफाई को लेकर विशेष इंतजाम थे और न ही सोशल डिस्टेंस व सेनेटाईजर को लेकर कोई प्रबंध किए गए थे।


- गैर जिम्मेदाराना जबाव
मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। अभी मौके पर जाकर स्थिति का पता करता हूं। यहां लोग रुकते भी है। पानी की व्यवस्था अगर नहीं है तो उसे दिखवाया जाएगा। खाने की व्यवस्था आश्रय स्थल पर नहीं है। इन्द्रा इसोई में खा सकते है। चुनाव ड्यूटी में बाहर से आए है, इसलिए रुके होंगे। मना तो कर नहीं सकते हैं। - अशोक शर्मा, आयुक्त, नगर परिषद, बाड़मेर


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