
Farmers crop claim was not received
बाड़मेर.
किसानों की हितैषी बनने वाली सरकार महज कागजी घोड़े दौड़ाती नजर आ रही है। खरीफ फसल की बुवाई शुरू हुए एक माह का समय बीत गया है, लेकिन वर्ष 2017-18 की खरीफ फसल बीमा क्लेम की 1035 करोड़ बीमा राशि का किसान इंतजार कर रहे हैं। इतना ही नहीं राज्य सरकार की ओर से प्रीमियम हिस्सा राशि 378.79 करोड़ रुपए भी जमा करवा दिए। इसके बावजूद किसानों के खातों में क्लेम राशि नहीं मिल पाई है।
असमंजस में केन्द्र सरकार का निर्णय
फसल बीमा क्लेम को लेकर कंपनी व सरकार के बीच असमंजस की स्थिति होने पर कृषि विभाग के अधिकारी क्लेम राशि को लेकर अड़ गए। उसके बाद जिला कलक्टर ने केन्द्र सरकार स्तर पर अपील भेजी। अपील पर केन्द्र सरकार ने सुनवाई करते हुए 30 अप्रेल को एक आदेश जारी कर उच्च स्तर पर क्लेम गणना करने की बात कही। लेकिन उसके बाद कोई आदेश जारी नहीं हुआ है।
1035 करोड़ क्लेम की सीमा
जिले में वर्ष 2017-18 में 4 लाख किसानों को खरीफ फसल का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत क्लेम मिलना था, क्योंकि फसल बुवाई के बाद खराबा हो गया था। राजस्व विभाग की रिपोर्ट के बाद करीब 1200 करोड़ का फसल बीमा क्लेम किसानों के लिए प्रस्तावित किया गया, हालांकि कंपनी की ओर से अधिकतम 1050 करोड़ रुपए क्लेम निर्धारित कर रखा है। जिले में प्रति किसान करीब 19 हजार रुपए का क्लेम मिलना है।
फसल क्लेम अधिसूचना जारी
खरीफ फसल की बुवाई मानसून की शुरुआत होते ही शुरू हो गई। सरकार ने खरीफ फसल खराबा को लेकर एक दिन पहले अधिसूचना जारी की है। अब फसलों का बीमा क्लेम होना शुरू हो जाएगा, लेकिन पिछले साल के क्लेम के लिए किसान इंतजार कर रहे हैं।
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फैक्ट फाइल-बुवाई क्षेत्र
- 10 लाख हैक्टेयर में बाजरा
- 3.50 लाख हैक्टेयर में ग्वार
- 2 लाख हैक्टेयर में मोठ-मूंग
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- कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हुआ है
केन्द्र सरकार ने उच्च स्तर पर गणना करवाने के लिए एक आदेश जारी किया था, लेकिन बीमा क्लेम को लेकर कोई स्पष्ट निर्णय जारी नहीं हुआ है। कृषि विभाग 100 प्रतिशत किसानों को क्लेम दिलाने के प्रयास में जुटा है। किसानों को जल्द ही बीमा क्लेम राशि मिलेगी।- किशोरलाल, उप निदेशक, कृषि विभाग, बाड़मेर
Published on:
19 Jul 2019 05:41 pm
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