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करोड़ों की अनार की उम्मीदों पर टिड्डियों का ग्रहण

- नियंत्रण को लेकर नहीं पुख्ता इंतजाम, दो वाहन उपलब्ध, कीटनाशक ना मैन पावर - किसान स्वयं के स्तर पर लगे टिड्डियों को उड़ाने में

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सिवाना. जिले के अनार उत्पादक क्षेत्र में टिड्डी दलों के पहुंचने से किसानों की नींद उड़ हुई है। करोड़ों की कमाई चट होने की आशंका के चलते वे अपने स्तर पर ही टिड्डियों को भगाने की जुगत कर रहे हैं।

बर्तन बजाने के साथ धुआं कर वे अपनी मेहनत बचाने की कवायद कर रहे हैं तो दूसरी ओर तीन दिन से टिड्डियों का डेरा होने के बावजूद प्रशासन अभी तक सक्रिय नजर नहीं आ रहा। हालांकि टिड्डी नियंत्रण को लेकर प्रशासन ने दो वाहन तो भेज दिए, लेकिन ना कीटनाशक का इंतजार है ना ही मैन पावर।

क्षेत्र में टिड्डियों के प्रवेश, खड़ी फसलों को चट करने व सरकार, प्रशासन के इनके नियंत्रण को लेकर पुख्ता प्रबंध नहीं करने से किसानों की हालत खस्ताहाल है। हवाओं के रुख के साथ मंगलवार को प्रथम बार जालोर व सांचौर सीमा से सिवाना क्षेत्र में टिड्डियों ने प्रवेश किया था।

किसान संभलते इससे पहले ही टिड्डी ने खेतों में खड़ी रबी व बागवानी फसलों को चट करना शुरू कर दिया। ग्राम पंचायत कुण्डल, वेरानाड़ी, पंऊ, कांखी, इटवाया, पादरू, धारणा, सिणेर, गुड़ानाल सहित भाखरडा बेल्ट की एक दर्जन ग्राम पंचायतों में टिड्डियों के खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाने से किसानों चिंतित है।

इनके नियंत्रण को लेकर सरकारी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। किसान बर्तन बजा, धुआं कर स्वयं के स्तर पर इन्हें भगाने का प्रसास कर रहे हैं।

टिड्डी दल नियंत्रण कक्ष ने खानापूर्ति के लिए दो वाहन उपलब्ध कराए हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई ठोस उपाय नहीं किए। इस पर किसान स्वयं को लाचार महसूस कर रहे हैं।

अनार की उपज पर मार-

गौरतलब है कि क्षेत्र में अनार के पौधे लहलहा रहे हैं। कई सालों की मेहतन से तैयार इन पौधों से किसान को पन्द्रह-बीस साल तक आय मिलती है। एेसे में टिड्डी दल के अनार के खेतों में बैठने से अनार चट होने से किसानों को कई सालों की कमाई बर्बाद होने की चिंता है। निप्र

तीन दिन से टिड्डियों का पड़ाव -

पादरू, मिठौड़ा सहित आसपास के गांवों में तीन दिन टिड्डी दल ने पड़ाव डाला हुआ है। सरकारी स्तर पर नियंत्रण के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
गंगासिंह कांखी, किसान

सरकार करवाए सर्वे, दे मुआवजा-

टिड्डी दल को रोकने के लिए सरकारी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए गए हैं। किसान राम भरोसे है। बुधवार को भाखरडा बेल्ट के गांवो में का दौरा किया। फसलें चट हो गई है। सरकार नुकसान का सर्वे करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दे।

- हमीरसिंह भायल, विधायक सिवाना