
Finance companies are not giving relief to consumers
बाड़मेर. लाॅकडाउन के दौरान आम आदमी पर किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने बिजली, पानी, बैंक ऋण, बकाया टैक्स सहित अन्य प्रकार की सुविधाओं में छूट प्रदान की है। लेकिन बजाज फाइनेंस कम्पनी की ओर से उपभोक्ताओं को राहत नहीं दी गई है।
फाइनेंस कार्मिकों की ओर से उपभोक्ताओं को बकाया किश्ते जमा करवाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में लाॅकडाउन में उपभोक्ताओं की कमर टूट गई है।
ये आ रही समस्या
शहर में अधिकांश लोगों बजाज फाइनेंस कम्पनी से खाता खुलवाकर लाॅन, टीवी, फ्रीज, मोबाइल, एसी, कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित अन्य सामान खरीदे है। इन सामान का मूल्य प्रति माह किश्तों में देना पड़ रहा है। ऐसे में ग्राहकों को लाॅकडाउन के दौरान भी किश्ते जमा करवाने के लिए बाधित किया जा रहा है।
इधर बैंक में लग रही पैनल्टी
फाइनेंस कम्पनी की ओर से समय समय पर बैंक में पैसों के लिए आवेदन किया जा रहा है। ऐसे में उपभोक्ताओं के खातों में बैलेंस नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं के पैनल्टी लग रही है। साथ ही बैकों की ओर से उपभोक्ताओं की किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की जा रही है।
फरियाद की फिर भी नहीं राहत
फाइनेंस कम्पनी से लाॅकडाउन के तहत राहत को लेकर उपभोक्ताओं ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर कम्पनी से राहत की मांग की लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। फरियादी रावतसिंह चैहान, सवाईराम, रमेश कुमार, हडमत कुमार, हनुमान बृजवाल, सवाई आचार्य, धर्मेन्द्र कुमार, भूरचंद बृजवाल सहित कई लोगों ने राहत की मांग की।
सरकारी नियमों की उड़ रही धजिया
केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को राहत देने के बाद भी फाइनेंस कम्पनी की ओर से उपभोक्ताआंे को राहत नहीं दी जा रही है। ऐसे में उपभोक्ताओं के लिए लाॅकडाउन में किश्ते भरना मुश्किल हो गया है। इधर प्रशासन की ओर से मामले में रूचि नहीं लेने के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
Published on:
21 Apr 2020 12:53 am
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