
गायत्री परिवार कर रहा 16 संस्कारों को पुनर्जीवित
बाड़मेर. अखिल विश्व गायत्री परिवार बाड़मेर के तत्वावधान में शहर के विरात्रा नगर में दीप यज्ञ का आयोजन कर गायत्री परिवार और संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का विश्व मानवता का संदेश दिया गया।
गायत्री परिजनों ने लोगों को गायत्री परिवार संबंधी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत के आर्ष साहित्य वेद, पुराण, उपनिषद, स्मृतियां, सहिताएं आदि का भाष्य किया और जीवन उपयोगी 3200 पुस्तकें लिखीं।
आचार्य के अनुसार यह युग साहित्य है इसमें समस्त विश्व का जनमानस बदलने की क्षमता है। उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति के 16 संस्कारों को गायत्री परिवार की ओर से पुनर्जीवित किया जा रहा है। गायत्री मंत्र और यज्ञ को घर-घर में स्थापित किया जा रहा है। घरों में देव स्थापना कर देव परिवार बनाए जा रहे हैं। गायत्री परिजनों ने बताया कि शहर के प्रत्येक मोहल्ले में दीप यज्ञ का आयोजन कर लोगों में आस्तिकता जगाई जा रही है।
इस अवसर पर प्रज्ञा गीत, संकीर्तन और भजनों की प्रस्तुति दी गई। समस्त विश्व के कल्याण और उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए गायत्री मंत्र और महामृत्यु मंत्र की आहुतियां दी गई। गायत्री परिवार से रेवत सिंह चौहान, अंबालाल खत्री, मदन नाथ गोस्वामी,महेश भूतड़ा, कुंदन कुमार, मंगला राम और मोहनलाल उपस्थित रहे। विरात्रा नगर से चुतरा राम, बाबूलाल, मुकेश कुमार, किरण विश्नोई, चेनाराम और अनेकभाई-बहन उपस्थित हुए।
इससे पहले विरात्रा माता व वेदमाता गायत्री की तस्वीर पर पुष्प माला चढ़ा कर व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। तत्पश्चात गायत्री परिजन दुर्गसिंह सोढा ने दीप यज्ञ के माध्यम से उपस्थित जनसमुदाय से दुष्प्रवृत्तियों को त्याग कर सत्प्रवृत्तियों को अपनाने का संकल्प दिलाया।
चैना राम प्रजापत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
Published on:
20 Aug 2021 01:34 am
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