6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

स्वच्छता की कीमत समझनी होगी

स्वच्छ भारत मिशन में जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करें

2 min read
Google source verification
स्वच्छता की कीमत समझनी होगी

स्वच्छता की कीमत समझनी होगी

बाड़मेर। पानी एवं हवा से स्वच्छता ज्यादा कीमती है। समय रहते स्वच्छता की कीमत पहचाननी होगी। स्वच्छ भारत मिशन में आमजन के साथ वृहद स्तर पर जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। जन आंदोलन के जरिए स्वच्छ भारत का सपना साकार हो सकेगा।
स्वच्छ भारत मिशन राष्ट्रीय योजना स्वीकृति समिति के गैर सरकारी सदस्य एवं राजस्थान के पूर्व स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर के.के.गुप्ता ने गुरुवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जिला परिषद में स्वच्छ भारत मिशन संबंधित बैठक में गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में सार्वजनिक स्थानों एवं प्रत्येक घर में प्लास्टिक संग्रहण के लिए प्लास्टिक घर की शुरूआत करनी चाहिए। इसके लिए सीमेंट के खाली कट्टे का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद प्लास्टिक को एक स्थान पर एकत्रित करके रिसाइकिल किया जाए।
प्लास्टिक बंद करना का यह तरीका कारगर
महिला सशक्तिकरण के तहत सिलाई मशीन लगाकर महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। कपड़े की थैलियां बनाकर महिलाएं कम पैसों में बाजार में देंगी तो प्लास्टिक भी बंद हो जाएगा और महिलाओं को भी रोजगार मिलने लग जाएगा। प्लास्टिक बंद करने का यही एकमात्र सबसे सरल और उपयोगी तरीका है,सरकार की भी यह मंशा है कि बेरोजगारी को समाप्त किया जाए।
नवचार व ओडीएफ प्लस के बारे में बताया
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई ने बाड़मेर जिले में स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति, नवाचार एवं ओडीएफ प्लस के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बैठक में दिए गए सुझावों पर अमल करने एवं स्वच्छ भारत मिशन के तहत नवाचार करने का भरोसा दिलाया। इस दौराऩ विकास अधिकारी सुरेश कविया, सुखराम विश्नोई, एसएलडब्ल्यूएम एक्सपर्ट सुमेरा राम, घमंडाराम समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में गुप्ता ने दिए सुझाव
-प्रत्येक घर से नियमित रूप से गीला एवं सूखा कचरा उठाया जाना चाहिए
-निर्धारित समय पर गाड़ी आए, यह सुनिश्चित हो
- कचरा यार्ड ले जाकर उसका डिस्पोजल बहुत आवश्यक है
-ग्रामीण इलाकों में बायो गैस प्लांट स्थापित किए जाए
- गांवों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत बायो गैस प्लांट एवं कचरा संग्रहण स्थल बनाए
- ग्रामीण इलाकों में कलस्टर बनाते हुए ई-रिक्शा के जरिए कचरा एकत्रित करें
-प्रत्येक घर में ग्रे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा सकता है


बड़ी खबरें

View All

बाड़मेर

राजस्थान न्यूज़

ट्रेंडिंग