
If there is cow and a Nandi in every house, no need for Gaushala
बाड़मेर. आकाश-पाताल पर जितने भी मानव, जीव जंतु प्राणी हैं सभी सुख चाहते हैं। इससे जाहिर है कि कलयुग में सभी किसी न किसी कारण से दुखी है।
नौ माताओं की जिस पर कृपा हो ऐसे मानव को देवता बनने की ओर अग्रसर होना चाहिए लेकिन हो इसका उलट रहा है। यह बात ग्वाल संत ने शुक्रवार को नंदी गोशाला में चल रही दिव्य गो नंदी कृपा कथा के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि मनुष्य के दुखी रहने के पीछे कारण है कामधेनु रूपी गो माता व नंदी भगवान की उपेक्षा। जिस गाय माता में तैतीस करोड़ देवी देवताओं का वास होता हो, जिसके गो मूत्र में साक्षात गंगा विराजती हो और जिसके गोबर में लक्ष्मी का निवास हो, इनका अनादर से किसी का भला नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर में एक गो व नंदी पालें तो गोशालाएं खोलने की जरूरत नहीं रहेगी।
इन्होने किया सहयोग
कथा के दौरान इन्द्रप्रकाश माहेश्वरी अहमदाबाद ने 5 लाख एक हजार रुपए, उतरलाई के लूणाराम माली ने 1 लाख 51 हजार का सहयोग किया। एक चारा गाड़ी प्यारी देवी श्रवण कुमार माहेश्वरी व कौशल्या देवी धूत ने 51-51 हजार देने की घोषणा की।
कथा में विधायक मेवाराम जैन, नगर परिषद अध्यक्ष दिलीप माली, कार्यकारी अध्यक्ष ओमप्रकाश मेहता, श्रवण कुमार डूंगरोमल, साध्वी शबला गोपाल सरस्वती, दिलीप तिवाड़ी, नवीन सिंघल, किशोर शर्मा, ताराचंद जाटोल, प्रवीण सेठिया, सुशीला मेहता, सुधा डांगरा, रिखबदास बोथरा, पदमाराम सैन, जेताराम जाट, बहादुरसिंह, राजेन्द्र बिंदल, बसंत खत्री, रतनलाल सोनी, चेलाराम सिंधी, ओमप्रकाश गौड़, किशोर भार्गव आदि मौजूद रहे।
Published on:
11 Jan 2020 01:54 pm
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