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साता प्रकरण : बाड़मेर में जाट समाज सड़कों पर, हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग

- न्याय नहीं मिला तो होगा आंदोलन : - विरोध-प्रदर्शन करते समाज के सैकड़ो लोग पहुंचे कलेक्ट्रट  

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Jat society protests in barmer

Jat society protests in barmer

- साता प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग

बाड़मेर. करीब डेढ साल पहले आपसी मारपीट में घायल युवक की पिछले दिनों मौत के मामले में जाट समाज के सैकड़ों लोगों ने आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले समाज के लोगों ने पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर जोधपुर रोड स्थित हरलाल छात्रावास में सभा का आयोजन किया। इसके बाद शहर के बीएनसी होटल, हाईवे, सिणधरी सर्किल, कॉलेज रोड़, नेहरूनगर, ओवरब्रिज से होते हुए रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। रैली में सैकड़ो युवाओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए न्याय मांगा। इसके बाद जिला कलेक्ट्रट के बाहर विरोध जताया। यहां करीब एक घण्टे तक सड़कों पर बैठकर हत्यारों की गिरफ्तारी करने की मांग की। इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक व जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।

बार-बार बदलती रही जांच, आरोपित खुले में
हरलाल छात्रावास में समाज के डालूराम ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बदमाशों ने हमला कर वीरमाराम को गंभीर चोटें पहुंचाई थी, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जल्द गिरफ्तारी कि जाए अन्यथा समाज आंदोलन करेगा। मामले की चार बार उच्च स्तर के अधिकारियों की ओर से जांच की गई। सभी ने आरोपितों को दोषी माना था, लेकिन दबाव के चलते जांच फिर बदल गई। अब सीआईडी सीबी जांच कर रही है। धोरीमन्ना प्रधान ताजाराम ने कहा कि समाज को एकजुट होकर रहना है। समाज को एकजुट होकर न्याय के लिए लडऩा होगा। जिला परिषद सदस्य नरसिंग कड़वासरा ने कहा कि वीरमाराम के हत्यारें खुले में घुम रहे है। लेकिन पुलिस ने जांच को ठण्डे बस्ते में डाल दिया है। यह गलत है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भूराराम गोदारा ने कहा कि पीडि़त परिवार के साथ अन्याय हुआ है। लक्ष्मणसिंह गोदारा ने कहा कि पुलिस के अधिकारियों ने दबाव में आकर बार-बार जांच बदलते रहे, लेकिन पीडि़त को न्याय नहीं मिला है। समाज के रविन्द्र पोटलिया, पपूराम गोदारा, महेन्द्रसिंह सियोल, मगराज कड़वासरा, खेराजराम हुड्डा, कैलाश धतरवाल, नरेशदेव साहरण, रूपाराम सारण, भूराराम सारण ने भी सभा को सम्बोधित किया।

कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों को सम्बोधित करते बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम ने कहा कि अगर सात दिन में आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो समाज आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की रहेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपितों के पक्ष में एक अफसर ने बार-बार जांच को बदलाकर गुमराह किया है। अब आईजी व मुख्यमंत्री से इस मामले को लेकर बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि तुम दस हो तो हम सौ है। उन्होंने कहा कि पीडि़त परिवार बर्बाद हो गया है, बच्चों की पढाई छूट गई है।

यह था मामला
करीब डेढ़ साल पहले रंगवाली निवासी बांकाराम, प्रभुराम व वीरमाराम पर साता गांव की सरहद में देर रात आरोपितों ने हमला कर दिया। इसमें तेजदान, महेशदान, जसदान सहित चार जनों के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ था। आरोप लगाया गया था कि वर्ष 2015 के पंचायतीराज चुनाव में ग्राम पंचायत साता के सरपंच पद के लिए तेजदान की पत्नी लीला कंवर के विरुद्ध रंगवाली निवासी बांकाराम की पत्नी टुग्गी देवी ने चुनाव लड़ा था। चुनावों में लीला कंवर ने जीत हासिल की थी। इसके बाद लीला कंवर के फर्जी अंकतालिकाओं के आधार पर चुनाव लडऩे का आरोप लगाते हुए बांकाराम ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया। इसके बाद आपसी रंजिश बढ़ गई। जिस पर आरोपितों ने वीरमाराम सहित तीन जनों पर हमला कर दिया। जिसमें वीरमाराम गंभीर घायल हो गया था। जिसकी पिछले दिनों मौत हो गई।








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