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कोविड ने बदली जीवनशैली, फिट रहने के तरीकों पर फोकस

-खान-पान का विशेष रख रहे ध्यान-फिट रहने के लिए योग-व्यायाम को अपनाया-सुबह-शाम की सैर करने वाले बढ़े-सुबह की चाय की जगह हर्बल टी और काढ़ा-फास्ट फूड और बाहर के खाने से परहेज

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कोविड ने बदली जीवनशैली, फिट रहने के तरीकों पर फोकस

कोविड ने बदली जीवनशैली, फिट रहने के तरीकों पर फोकस

बाड़मेर. कोविड-19 के बाद लोगों की जीवनशैली में बदलाव आया है। खासकर स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ी है, इसके कारण बीमारियां कम हुई है और आमजन खुद को फिट रखने के तरीकों को जीवन में अपनाने लगा है। इसमें खान-पान से लेकर व्यायाम और योग को भी शामिल किया है। जिससे एक स्वस्थ लाइफ-स्टाइल को अपनाया जा सके।
महामारी के बाद आमजन अब खासकर शहरी क्षेत्र में खासे जागरूक हो रहे हैं। मामूली खांसी-जुकाम होने पर भी चिकित्सक को दिखा रहे हैं और बीमारियों से बचाव के घरेलू नुस्खे भी अपना रहे हैं। इसमें परिवार के सभी लोग छोटे से लेकर बड़े तक अपना ध्यान रखने लगे हैं कि कहीं किसी एक की समस्या पूरे परिवार की बीमारी का कारण नहीं बन जाए।
सुबह चाय की बजाय अब गर्म काढ़ा और हर्बल टी
अधिकांश लोगों ने खुद को स्वस्थ रखने के लिए सुबह की चाय के स्थान पर आयुर्वेदिक काढ़े या हर्बल टी सेवन करना शुरू कर दिया है। जबकि लोगों का मानना है कि कोरोना महामारी से पहले काढ़ा केवल बीमार होने पर ही पिया जाता था। अब यह घर में हमेशा रखने वाली दवा हो गई है। मामूली खांसी-जुकाम होने पर काढ़ा का सेवन तो जरूरी हो गया है। वहीं लोगों ने नियमित रूप से सेवन को भी अपना लिया है।
सेल्फ मेडिकेशन का चलन कम
कई लोग बीमार होने की स्थिति में सेल्फ मेडिकेशन करते हैं। महामारी के बाद लोगों को यह भी समझ में आ गया कि खुद के स्तर पर बिना चिकित्सक परामर्श दवा लेने के बड़े नुकसान है। ऐसे में अब सेल्फ मेडिकेशन भी काफी कम हुई है। चिकित्सक भी मानते हैं कि शहरी क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ी है। लोग थोड़ा बहुत अस्वस्थ होते ही चिकित्सक से परामर्श लेने पहुंच जाते हैं।
ना बाबा ना...फास्ट-फूड और बाहर का खाना
महामारी के बाद हैल्थ कांसियस लोगों ने फास्ट फूड खाना लगभग पूरी तरह बंद कर दिया है। कई परिवार ऐसे भी थे जो सप्ताह में एक बार फास्ट फूड खाने के लिए बाहर जाते या फिर होटल का खाना लेते थे। ऐसे लोगों ने अब फास्ट फूड को अपने खाने की लिस्ट से बाहर कर दिया है।
योग और व्यायाम जीवन में बने खास
कोविड-19 के बाद जीवन में योग और व्यायाम का महत्व और बढ़ा है। इसे लोगों ने माना और अपनाया भी है। योग शिक्षकों का कहना है कि कैम्प भले की नहीं लग रहे हो, लेकिन अधिकांश लोगों ने अपने घरों में ही खुद को स्वस्थ और तरोताजा रखने के लिए योग और व्यायाम को जीवन में एक खास जगह दी है।
योग के प्रति बढ़े हैं लोग
सुबह के समय योग-प्राणायाम से ऑक्सीजन का लेवल बढऩे से प्राणवायु में बढ़ोतरी होती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। जिससे बीमारियों से बचाव होता है। कोविड के बाद लोगों में योग के प्रति झुकाव बढ़ा है।
हनुमानराम डऊकिया, योगाचार्य बाड़मेर


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