16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

टिड्डियों का कहर, जीरा, ईसबगोल को किया चट, अनार को भी नुकसान

- प्रशासन व कृषि विभाग के नियंत्रण प्रयास नहीं करने से किसानों में रोष- किसान स्वयं के स्तर पर टिड्डी नियंत्रण प्रयासों में जुटे

2 min read
Google source verification
Locusts wreak havoc

Locusts wreak havoc

बालोतरा. क्षेत्र के गांवों में दो दिनों से टिड्डियों के खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाने से किसानों की हालत खस्ता हो गई है। जीरा, ईसबगोल, अरण्डी, सरसों फसल को नुकसान पहुंचाने से किसान चिंतित है। कई गांवों में टिड्डियों ने खड़ी फसलों का पूरा ही चट कर दिया है।

पादरू, कुण्डल, वालियाणा, इन्द्राणा, मूठली, मिठौड़ा, दांखा, रनियासर, बुड़ीवाड़ा, जागसा, सूरसिंह का ढाणा आदि गांवों में दो दिन से बैठे टिड्डियों के दल ने कई खेतों में खड़ी जीरा, इसबगोल, सरसों व अरण्डी फसल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। अनार के पौधों की पत्तियों को चट किया, जिससे फल कमजोर होने को लेकर किसान चिङ्क्षतत है।

टिड्डी पहुंचने के समाचार पर किसान सक्रिय है, लेकिन बड़ी मात्रा में पहुंची टिड्डियों से फसलों को बचाना इनके लिए मुश्किल हो गया है। किसान व परिवार के सदस्य बर्तन बजा, टायर जला, स्प्रे कर टिड्डियों को भगाने व मारने में जुटे हैं। बावजूद कई खेतों में टिड्डियों ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है।

शनिवार सुबह गांव टापरा व असाड़ा सरहद में टिड्डियां पहुंची। इस पर किसानों ने इसे स्वयं के स्तर पर भगाया। अपुष्ट जानकारी अनुसार बावतरा,कांखी, कुण्डल क्षेत्र में टिड्डियों का दूसरा दल पहुंचा है।

हाथ पर हाथ धरे बैठे अधिकारी, किसान परेशान-

क्षेत्र के गांवों में टिड्डियों के पहुंचने के समाचार से ही किसान व परिवार के सदस्य सक्रिय है। दूसरी ओर प्रशासन व कृषि विभाग की ओर से इनके नियंत्रण को लेकर बड़े स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। इससे परेशान किसानों में रोष है।
व्यू- खेत में इस बार अरण्डी की फसल अच्छी थी, लेकिन देखते ही देखते टिड्डियों ने इसे चट कर दिया। इससे अधिक परेशान हूं।

- गोपाराम मेघवाल, किसान बुड़ीवाड़ा

खेत में खड़ी ईसबगोल, सरसों की फसल को टिड्डियों ने अधिक नुकसान पहुंचाया है। पूरा खेत ही खाली हो गया है। पूरा परिवार सदमे में है।

- रामदयाल चौधरी

टिड्डियों के प्रवेश के बाद भी प्रशासन, कृषि विभाग नियंत्रण को लेकर कोई खास कार्यवाही नहीं कर रहा है। किसान स्वयं के स्तर पर ही नियंत्रण में जुटे हंै। सरकार, प्रशासन की अनदेखी किसानों के लिए भारी पड़ रही है।

- लालसिंह असाड़ा

संयुक्त निदेशक जोधपुर कृषि विभाग के नेतृत्व में अधिकारियों की दो टीमें काम कर रही है। टिड्डियों के पड़ाव वाले स्थान पर स्प्रे करवाते हैं। किसानों की मांग के अनुसार उन्हें मौके पर ही नि:शुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाते हैं। विभाग व जन सहयोग से नियंत्रण के प्रयास कर रहे हैं।

- विजय कुमार जैन, सहायक कृषि अधिकारी