
Now the animals will get a unique tag number
बाड़मेर. प्रदेश में दुधारू पशुओं की जानकारी अब एक क्लिक पर मिल जाएगी। इसके लिए पशुओं को पशुपालन विभाग की ओर से यूनिक टैग नम्बर लगाए जा रहे हैं। इससे पशु के चोरी या गुम होने पर उसका पता लगाया जा सकेगा।
जिले में गत नवबंर से शुरू संजीवनी पशु योजना के तहत तीन माह में 5 हजार दुधारू पशुओं का पंजीयन कर यूनिक नंबर जारी किए जा चुके हैं। जिसमें 3 हजार 650 भैंस व 1 हजार 350 गाय को 12 अंकों में आधार की तरह ही यूनिक नंबर का टैग लगाया गया है।
प्रतिदिन 5 पशुओं की टैगिंग
विभाग की ओर से जिले को 5 लाख 28 हजार दुधारू पशुओं की टैगिंग कर यूनिक नंबर जारी करने का लक्ष्य दिया गया है। जिले में उपलब्ध पशुधन की संख्या के आधार पर तकनीकी कर्मचारियों को लक्ष्य दिए गए हंै। इसमें प्रतिदिन एक व्यक्ति को 5 पशुओं की टैगिंग करनी होगी।
पशु अस्पताल में दिए जा रहे हैं नम्बर
प्रदेश भर में करीब 85 लाख दुधारू पशुओं के टैगिंग की जाएगी। एनपीबीबी और एनएमबी के तहत प्रदेश में गोवंश और भैंसवंश के प्रजनन योग्य एवं दुधारू पशुओं के 12 अंकों के टैग लगाने का कार्य किया जा रहा है। पशु अस्पताल में यह कार्य किया जा रहा है। साफ्टवेयर पर अपलोड होगी जानकारीयूनिक आईडी पशु के कान पर लगाई जा रही है। इसमें 12 अंकों का कोड है। आईडी में पशुपालक व पशु की संपूर्ण जानकारी इंफोर्मेशन नेटवर्क प्रोडक्शन एंड हेल्थ सॉफ्टवेयर पर अपलोड की जा रही है।- डॉ. नारायणसिंह सोलंकी, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी
यूनिक नंबर से मिलेगा फायदा पशुओं की टैगिंग के साथ जारी यूनिक नंबर में उनके कृत्रिम गर्भाधान, इलाज, उत्पादकता के आकलन का रिकॉर्ड रहेगा। इससे पशुओं का आनुवांशिक डाटा भी शामिल रहेगा। जिले की 489 पंचायतों में यह कार्य किया जा रहा है। इससे आनुवांशिक सुधार कार्यक्रमों की निगरानी बेहतर हो सकेगी।- डॉ. युगभूषण वधवा, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग बाड़मेर
फैक्ट फाइल
-85 लाख पशुओं का प्रदेश में है लक्ष्य
-5 लाख 28 हजार पशुओं की बाड़मेर जिले में होगी टैगिंग
-5 पशुओं की रोजाना टैगिंग की प्रत्येक कार्मिक की जिम्मेदारी
Published on:
11 Mar 2018 06:14 pm
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