
अधिकारी लें रुचि और जनप्रतिनिधि करें पैरवी
बालोतरा. छुट-पुट कार्य नहीं होने के चक्कर में परिवहन कार्यालय स्थानांतरित नहीं होने का मुद्दा अब जनप्रतिनिधियों तक भी पहुंच गया है। विधायक मदन प्रजापत ने भी माना है कि सालों से धूल फांक रहे नए भवन में परिवहन कार्यालय शिफ्ट होना चाहिए। वहीं आमजन को भी लग रहा है कि प्रयासों की कमी के चलते भवन स्थानांतरित होने में दिक्कत आ रही है। एेसे में लाखों रुपए का भवन बदहाल है।
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2013 में बालोतरा के परिवहन निरीक्षक कार्यालय को जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय में क्रमोन्नत किया था, जिससे की यहां के लोगों को परिवहन विभाग से जुड़े कामों के लिए 100 किमी. दूरी जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़े। विभाग का जेरला में 82 लाख की लागत से भवन बनाया। जून 2015 में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने भवन निर्माण पूर्ण कर परिवहन विभाग को सौंप दिया। इसके बाद वहां पर कार्यालय शिफ्ट करने की रुचि न तो अधिकारियों ने दिखाई और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पैरवी की। ऐसी स्थिति में भवन निर्माण को तीन साल बीत गए।
चिट्ठियों पर नहीं हो रहा अमल- नए भवन में कार्यालय शिफ्टिंग करने व इंटरनेट समेत अन्य कमियों को लेकर यहां से अधिकारियों ने परिवहन मुख्यालय को कई मर्तबा चि_ियां लिखी, लेकिन उन चि_ियों पर कभी कोई अमल नहीं हुआ। तीन साल में नए भवन में काम भी नहीं हुआ। अब अगर जनप्रतिनिधि इसे लेकर गंभीरता से राजधानी जयपुर में पैरवी करें तो कार्यालय शिफ्टिंग में आ रही दिक्कतों का समाधान हो सकता है।गौरतलब है कि बालोतरा में परिवहन कार्यालय छोटे से भवन में संचालित हो रहा है जबकि जेरला में 82 लाख रुपए की लागत से अत्याधुनिक भवन का निर्माण हो चुका है। इस भवन में इंटरनेट सुविधा, चारी दीवारी आदि की कमी को बता विभाग कार्यालय स्थानांतरित नहीं कर रहा।
नए भवन में कार्य करेंगे शीघ्र आरम्भ - पिछले तीन साल से भवन शिफ्टिंग का कार्य अटका हुआ है। जिला परिवहन अधिकारी से चर्चा की है, अब शीघ्र ही इसे शुरू करवाया जाएगा। - मदन प्रजापत, विधायक पचपदरा
Published on:
27 Dec 2018 12:25 am
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