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तेल खोज को लगा कोरोना, रिफाइनरी तक पहुंचेगा असर

- 6111 वगज़् किमी में होनी है खोज-500 नए तेल कुएं खोदे जाएंगे- 40 रिग के साथ होनी है तेल खोज- 5.50 लाख प्रतिदिन तेल उत्खनन का है लक्ष्य

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Oil discovery felt corona, impact will reach the refinery

Oil discovery felt corona, impact will reach the refinery

रतन दवे

बाड़मेर.
कोरोना ने प्रदेश के सबसे बड़े प्रोजेक्ट पचपदरा रिफाइनरी को बड़ा झटका लग सकता है। 11 नए ब्लॉक में तेल खोज का कार्यं मंथर हो गया है। कंपनी ने भी अब सरकार ने निश्चित समयावधि में कार्यं पूर्णं नहीं होने का हवाला देते हुए और समय मांगा है। 2022 तक यह खोज का कायज़् पूर्णं होकर 5.5 लाख बैरल प्रतिदिन क्रूड ऑयल की आपूर्तिं नहीं होती है तो रिफाइनरी के लिए प्रतिदिन 9 मिलियन टन की रिफाइनरी के लिए मुश्किल होगी।
बाड़मेर-जैसलमेर के सांचौर बेसिन में 11 नए तेल ब्लॉक आवंटित कर 2021 तक इनकी खोज पूर्णं करनी थी। पहले बाड़मेर का तेल क्षेत्रफल 3111 वर्गं किमी था जो नए ब्लॉक बाद 6600 वर्गं किमी कर दिया गया। नए तेल ब्लॉक आवंटन की मुख्य वजह पचपदरा रिफाइनरी है। पचपदरा रिफाइनरी के तैयार होने का लक्ष्य 2022 है, तब तक कम से कम सांचौर बेसिन से प्रतिदिन 5.5 लाख बैरल कू्रड ऑयल की जरूरत रहेगी। इसको लेकर केयर्नं कंपनी को आवंटित ब्लॉक पर काम शुरू हो गया लेकिन कोरोना आते ही यह कार्यं मंथर पड़ गया है।


लौट गए लोग और कंपनियां
इस कायज़् के लिए करीब 40 रिग लगनी थी, 17 रिग कोरोना काल से पहले कायज़् करना शुरू कर चुकी थी। प्रतिदिन दो करोड़ रुपए का व्यय होने का अनुमान था और 10 हजार के करीब लोगों के साथ 500 नए कुओं की खोज का लक्ष्य है लेकिन कोरोना आते ही बाहर से आई कंपनियों के लोग अब लौट चुके है। इन लोगों के पुन: रिग पर आकर कायज़् करने की स्थिति फिलहाल नहीं है।


बाहरी देशों से नहीं संपर्कं
तेल खोज के लिए ब्राजिल, इटली, अमेरिका, अरब देशों से मशीन और मैन पॉवर की जरूरत रहती है लेकिन इन लोगों का आना संभव नहीं है। ऐसे में रिग पर काय भी प्रभावित होने से यहां पर अब कार्यं ठप हो गया है।


देश के इंजीनियर्सं भी नहीं
तेल खोज में मुम्बई, दिल्ली, बैंगलौर सहित देश के कई शहरों के विशेषज्ञ कायज़् कर रहे है। ये लोग भी अप्रेल और मई माह में अपने शहर लौट गए है। इनकी भी कोरोना काल में वापसी नहीं हो रही है।


कंपनी ने मांगा समय
केयर्नं कंपनी ने तेल खोज के कायज़् को लेकर 2021 की निश्चत समयावधि को बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय से समय मांगा है। कोरोना के इस समय में कायज़् की गति को देखते हुए यह कार्यं समयावधि में पूरा होने में मुश्किल है।- ए पी गौड़, महाप्रबंधक केयर्नं


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