बालोतरा. भारत पूर्व में विश्व गुरु था, युवा भारत को पुन: विश्व गुरु बनाने का कार्य करें। प्रत्येक व्यक्ति ईमानदारी पूर्वक इस कार्य में सहयोग करें। राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना से ही भारत को पुनः विश्व गुरु बनाया जा सकता है। भारत को सुपर पावर देश बनाने की जरूरत नहीं है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत प्रमुख पंकज कुमार ने रविवार को गांव कनाना में संघ की ओर से आयोजित पथ संचलन के बाद धर्म सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास में हर एक व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। प्रत्येक व्यक्ति समाज का अंग है। इस पर राष्ट्र व समाज के सर्वांगीण विकास के लिए सरकारों पर निर्भर नहीं रहे हैं। हरेक व्य क्ति आगे बढ़ कर सहयोग की भावना से कार्य करें। वर्तमान समय में यह बहुत जरूरी है। मुख्य अतिथि सेना के पूर्व ब्रिगेडियर जीवन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि पूरे देश में संघ का विस्तार बहुत तेजी से हो रहा है। पहले शहरों, कस्बों में ही पथ संचलन का आयोजन होता था। गांव-गांव शाखाएं आयोजित होने से संघ का विस्तार होने के साथ हिंदू समाज भी संगठित हो रहा है। संचलन में लोग बढ़-चढ़कर उत्साह से भाग ले रहे है। यह बहुत ही अच्छा व सुखद है। भारत साधु समाज के प्रदेश अध्यक्ष महंत परशुराम गिरी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि संघ का मूल कार्य संस्कार व चरित्र निर्माण है। संघ के इस कार्य से देश में राष्ट्रभक्त नागरिकों का निर्माण हो रहा है। इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। आमजन अधिकाधिक संघ के जुड़कर आयोजनों में उत्साह से भाग ले। इस अवसर पर खंड संघचालक शांतिलाल बोकाडिया, राजेन्द्रकरण, कनाना सरपंच चैनकरण, जिला प्रचारक रोहिताश्वस, जिला कार्यवाहक बाबूलाल, जिला सेवा प्रमुख
रणछोड़राम, बालोतरा सभापति सुमित्रा जैन, महंत तग भारती, भुवनेश्वर गिरी, सत्यमगिरी, भरत गिरी, पूर्व सभापति प्रभा सिंघवी आदि मौजूद थे। इससे पहले गांव के नरपतकरण स्टेडियम से दोपहर 3.30 बजे पथ संचलन शुरू हुआ। अतिथियों, पदाधिकारियों ने भारत माता ,संघचालक डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार, गोलवलकर गुरुजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर इसकी शुरुआत की। संचलन में गांव कनाना, पारलू, सराणा, होटलू, जानियाना के स्वयंसेवक शामिल हुए। गांव के प्रमुख मार्गो से स्वयंसेवकों के गुजरने पर ग्रामीणों ने भारत माता, वंदे मातरम के जयकारे लगाकर पुष्प वर्षा से इनका स्वागत किया।