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पचपदरा, मंडापुरा सहित क्षेत्र में बाहरी लोगों का बड़ी संख्या में निवास हो गया है जिससे मांसाहार खाने वालों की संख्या बढ़ी है। क्षेत्र में जगह-जगह खुलेआम चल रही मांस की दुकानों से लोग परेशान हो चुके हैं और जिसको लेकर ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर भी दुकानों को हटाने की मांग की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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यहां हैं दुकानें
जोधपुर रोड बस स्टैंड के सामने,बालिका स्कूल के सामने,होटल मुख्य चौराहा, काला भाटा जोगी बस्ती रहवासी इलाके सहित नगर में जगह-जगह खुली मांस की दुकानों से जनता परेशान है।
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अपशिष्ट से दुर्गंध
पशुवध से निकलने वाला अपशिष्ट दुकानदार सड़क किनारे फेंक देते हैं। इससे दुर्गंध से स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो रहा है। मांस की बदबू से लोगों का बुरा हाल है।
कलक्टर को शिकायत
जनसुनवाई में जिला कलक्टर को, प्रशासन गांवों के संग अभियान में उपखंड अधिकारी को,स्थानीय विधायक मदन प्रजापत, पचपदरा तहसीलदार, पचपदरा व मंडापुरा ग्राम पंचायत प्रशासन को भी कई बार लिखित व मौखिक रूप से अवगत करवाया जा चुका है,लेकिन फिर भी इस समस्या का कोई समाधान नही निकल पाया है।
इनका कहना
नगर में चल रहा मांस का कारोबार पूरी तरह से अवैध है, लेकिन अधिकारी इन्हें हटाने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। न तो अफसर कोई संतोषजनक जवाब देते हैं और न ही किसी तरह की कार्रवाई करते हैं,अनापत्ति प्रमाण पत्र संबंधी फाइल भी खंगाली जाए।
जगदीश माली,वार्डपंच वार्ड 15 पचपदरा
नगर में संचालित मांस की दुकानों से निकलने वाले गंदे पानी को खुले आम नालियों में छोड़ा जाता है। कई दुकानदार बगैर पर्दा लगाए मांस की बिक्री कर रहे हैं, ऐसे दुकानदारों के लाइसेंस जब्त किए जाए।
विष्णुदास संत, निवासी पचपदरा