
railway station is just 15 meters away from zero line
रतन दवे
बाड़मेर. पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के खोखरापार (जीरो लाइन ) पर बना रेलवे स्टेशन भारत के खिलाफ अवांछित व नापाक गतिविधियों हिस्सा बनने का खतरा बढ़ गया है। पाकिस्तान ने भारत के कई बार एेतराज बावजूद अंतर्राष्ट्रीय नियमों के परे जाकर इस रेलवे स्टेशन का निर्माण वर्ष 2006 में थार एक्सप्रेस के संचालन के वक्त कर दिया था।
जीरो लाइन से महज 15 मीटर दूर बने इस रेलवे स्टेशन से पाकिस्तान भारत की मुनाबाव पोस्ट की हर गतिविधि को आसानी से देख रहा है और पाकिस्तारन की बॉर्डर की गाजी पोस्ट भी इस रेलवे स्टेशन से सटी हुई है।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संचालित हो रही थार एक्सपे्रस 16 अगस्त से बंद कर दी गई है। इसके बाद पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान की गतिविधियां बढ़ी है।
गुजरात के सरक्रीक(हरामीनाले ) इलाके से लेकर मुनाबाव तक पाकिस्तान नापाक गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिशों में है। एेसे में जीरो लाइन का यह रेलवे स्टेशन पाकिस्तान के लिए बड़ा बंकर बन गया है।
टीन चद्दर का रेलवे स्टेशन
पाकिस्तान ने जीरो लाइन के पास में टीन चद्दर, झोंपा और कुछ निर्माण कर यह रेलवे स्टंेशन बनाया है। इन दिनों थार एक्सपे्रस का संचालन बंद होने के बावजूद शुक्रवार को पाकिस्तान की ओर से रेंजर्स यहां आते-जाते है। इसके अलावा भी यहां पर रेंजर्स की आवाजाही को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियां सतर्क है।
भारत है सतर्क
सरक्रिक और खोखरापार रेलवे स्टश्ेान को लेकर भारतीय बीएसएफ भी सतर्क है। बीएसएफ की ओर से इस रेलवे स्टश्ेान की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है लेकिन यहां आने-जाने वालों को लेकर भारत का एेतराज अब कोई मायने नहीं रख रहा है।
50 से अधिक बैठकों में हो चुका है एेतराज
भारत-पाक के बीच में त्रैमासिक बैठकें लगातार हुई है। रेलवे स्टेशन के निर्माण से पहले भी भारत एेतराज करता रहा लेकिन पाकिस्तान ने नहीं सुनी। इसके बाद भी हर बार मुद्दा उठाया लेकिन पाकिस्तान ने रेलवे स्टेशन का संचालन जीरो लाइन से ही किया है।
पूरी तरह से सतर्क
पूरी तरह से सतर्क है। पाक के रेलवे स्टेशन पर रेंजर्स व अन्य स्टाफ आता-जाता रहता है लेकिन हम पूरी तरह से चौकस है।- गुरुप्रीतसिंह, डीआइजी बीएसएफ बाड़मेर सेक्टर
Published on:
09 Nov 2019 01:02 pm
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