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Rajasthan Vidhansabha Chunav 2023: 4 सीटों पर कांग्रेस में जबरदस्त प्रेसर पॉलिटिक्स, दिल्ली तक पहुंची बात

Rajasthan Vidhansabha Chunav 2023: रेगिस्तान की चार सीटों पर कांग्रेस में प्रेसर पॉलिटिक्स का पेच ऐसा अड़ा है कि अब पंचायती दिल्ली तक पहुंच गई है। बड़े-बड़े नेताओं के लिए मूंछ का सवाल बनी इन सीट पर कांग्रेस के अल्पसंख्यक और एससीएसटी वोटबैंक के गणित को संभालना मुश्किल हो गया है।

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बाड़मेर। रेगिस्तान की चार सीटों पर कांग्रेस में प्रेसर पॉलिटिक्स (Rajasthan Assembly Election 2023) का पेच ऐसा अड़ा है कि अब पंचायती दिल्ली तक पहुंच गई है। बड़े-बड़े नेताओं के लिए मूंछ का सवाल बनी इन सीट पर कांग्रेस के अल्पसंख्यक और एससीएसटी वोट बैंक के गणित को संभालना मुश्किल हो गया है। जैसलमेर-पोकरण, शिव और चौहटन चारों ही सीट पर अल्पसंख्यक और एससीएसटी मतदाताओं की संख्या अधिक है।

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पोकरण में शाले मोहम्मद अल्पसंख्यक नेता है तो जैसलमेर से रूपाराम धनदे एससी के। रूपाराम धनदे की जगह मानवेन्द्रसिंह को चुनाव लड़ाने की जिदद् शाले मोहम्मद ने पकड़ ली है। जब तक जैसलमेर का निर्णय नहीं होता पोकरण की सीट इस अनिर्णय में है, यहां से खुद शाले मोहम्मद है। इधर शिव की सीट पर अमीनखां और फतेह मोहम्मद दो बड़े दावेदार है। यहां हरीश चौधरी अभी फतेह मोहम्मद के साथ खड़े है और जैसलमेर में रूपाराम के साथ में है। ऐसे में जैसलमेर के साथ शिव सीट का भी पेच फंस गया है। चौहटन की सीट इस इंतजार में है कि शिव व जैसलमेर का निर्णय क्या होगा? यहां से गफूर अहमद अल्पसंख्यक नेता मौजूदा विधायक पदमाराम से नाराज हैै। लिहाजा वे यहां पर जैसलमेर से रूपाराम या अन्य किसी के आने को लेकर ऐतराज नहीं कर रहे है।

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दिल्ली पहुंची पंचायती
बताया जाता है कि जैसलमेर की सीट को लेकर राज्य के नेताओं के आमने-सामने हो जाने के बाद मुख्यमंत्री तक बात पहुंची और उन्होंने इस सीट के लिए अब दिल्ली के पाळे में पंचायती डाल दी है।

राहुल के दोनों करीबी
राहुल गांधी से मुलाकात बाद मानवेन्द्रसिंह ने यह दावा किया था कि वे जैसलमेर से लड़ेगे औैर उनकी राहुुल गांधी से घनिष्ठता है। इधर कांग्रेस संगठन से जुड़े हरीश चौधरी की राहुल गांधी से नजदीकियां लगातार है। ऐसे में अब यह पंचायती राहुल गांधी के पास है।

इधर हेमाराम बोल रहे, पार्टी मौन
बाड़मेर के गुड़ामालानी से भी कांग्रेस में स्थिति बड़ी विस्मय की बन गई है। यहां से मौजूदा विधायक हेमाराम चौधरी दिल्ली जाकर चुनाव नहीं लड़ने की बात कह आए। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र भी भेज दिया। पार्टी के दिग् ज नेता के इस निर्णय के बाद भी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और न ही चिंता जाहिर हो रही है कि हेमाराम ने मैदान छोड़ा तो क्या होगा?


भाजपा ने चौहटन, पोकरण, बायतु और सिवाना से प्रत्याशी घोषित कर दिए है। ये प्रत्याशी अब आवेदन की तैयारी में है। इसके लिए इन्होंने समर्थकों को न्यौता देना शुरू कर दिया है। इधर, बाड़मेर, जैसलमेर, शिव, गुड़ामालानी और पचपदरा से भाजपा के प्रत्याशी घोषित नहीं होने से इंतजार है। कांग्रेस में बाड़मेर, बायतु,पचपदरा तीन प्रत्याशी ही घोषित हुए है जो आवेदन के लिए समर्थकों को न्यौत रहे है, जबकि जैसलमेर, पोकरण, चौहटन, शिव ,गुड़ामालानी, सिवाना के प्रत्याशियों की घोषणा का अभी भी इंतजार है।


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