हार के बाद निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा की जनता के आशीर्वाद से यहां पहुंच पाया हूं। 26 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है। इसमें भी सपने भी कोई सोच नहीं सकता की इतना जनादेश मिले। लोगों ने बहुत प्रेम दिया। इसके साथ मेरे साथी, कार्यकार्ता और वॉलंटियर्स ने बहुत मेहनत की। उनकी मेहनत की दम पर ही यहां पहुंचा हूं। उन्होंने कहा कि कई बार किस्मत का फेर होता और बार कई योग लेट होते है।
भाटी ने उम्मेदाराम को जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि उम्मेदाराम से आशा है कि बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा की जनता के बीच में रहकर उनका काम करेंगे। भाटी ने कहा मुझे जनता ने बहुत प्यार दिया। जनता का जनादेश आदर करते हुए स्वीकार करते है। अब विधायक के रूप में जनता के लिए काम करेंगे। आने वाले टाइम और अधिक मेहनत करेंगे।