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समदड़ी बाजार में दिन भर उड़ते हैं रेत के गुबार

कस्बे के मुख्य बाजार में आधा किलोमीटर सड़क पिछले करीब एक दशक से बिखरा व रेत जमा होने से आवागमन में हर दिन लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।

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Sand gobs fly throughout day in Samdari market

Sand gobs fly throughout day in Samdari market

समदड़ी. कस्बे के मुख्य बाजार में आधा किलोमीटर सड़क पिछले करीब एक दशक से बिखरा व रेत जमा होने से आवागमन में हर दिन लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। वाहनों के गुजरने पर दिन भर रेत के गुबार उड़ते हैं।

इस पर श्वास सम्बधी बीमारी होने के डर से अधिकाश व्यापारी नाक पर कपड़ा बांधते हैं। उड़ती धूल व्यापारिक प्रतिष्ठानो में सजे खाद्य पदार्थों पर जमा होती है। बाजार में रेत की ऐसी परत जमती है, जैसे कोई आंधी आ गई हो। इस स्थिति से व्यापारी परेशान है।

उन्हें पूरे दिन प्रतिष्ठानों में साफ -सफाई करनी पड़ती है। सड़क का नवीनीकरण कराने में सार्वजनिक निर्माण विभाग ध्यान नहीं दे रहा। वहीं ग्राम पंचायत ने भी कोई रुचि नहीं ली।

कुछ दिनों पूर्व ग्राम पंचायत ने टूटी सड़क से होने वाली परेशानियों को देखते हुए यहां रेत डाली थी। उल्टा इससे परेशानियां अधिक बढ़ गई। वाहनों के चलने पर रेत के गुबार उठने से आवागमन भी मुश्किल हो रहा है।

यहां सड़क की बिखर गई -

कस्बे के गौर का चौक से लेकर पुलिस थाना-रामदेव मन्दिर तक का मात्र आधा किलामीटर मुख्य सड़क जगह-जगह से टूट कर बिखर गई है। बरसात बाद सड़क की हालात बेहद दयनीय हो गई है।

नवीनीकरण नहीं किया-

बाजार की सड़क का नवीनीकरण एक दशक से नहीं हुआ हैं। जबकि इसके तीनों और किनारों के आगे से सड़क का नवीनीकरण किया गया है, लेकिन कस्बे के इस हृदय स्थ़ल को हर बार छोड़ दिया जाता है। इस पर यहां सड़क का नामोनिशान ही मिट गया है। सड़क पर पत्थर नजर आते हैं।

जनता की जुबानी

कस्बे के मुख्य बाजार गौर का चौक में सड़क पूरी तरह से बिखर गई है। दिनभर वाहनों के गुजरने पर रेत के गुबार उड़ते हैं। इससे अधिक परेशानियां उठानी पड़ती है। मार्ग की मरम्मत करवाएं।

- गुलाबसिंह, व्यापारी

कस्बे के मुख्य बाजार की सड़क गड्ढों में तब्दील होने पर चलने लायक नहीं रही। पैदल आवागमन भी मुश्किल हो गया है । दिनभर बाजार में रेत के गुबार उड़ते हैं। आसपास की दुकानों व खाद्य पदार्थों पर रेत एकत्रित होती है।

- छगन वैष्णव, व्यापारी


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