प्रांत सहमंत्री भोमसिंह सुंदरा ने कहा कि परिषद का लक्ष्य अधिक से अधिक कस्बों में पाठशाला आयोजन कर शिक्षा से वंचित छात्रों को जोडऩा है।जिला सहसंयोजक मनोहर चारण ने बताया कि कई ऐसे बच्चे हैं जो प्राथमिक शिक्षा से वंचित है, परिषद ऐसे कस्बे चयनित कर पाठशाला के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़ रही है।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से गांवों में बच्चों को पढ़ाने के लिए पाठशालाएं खोली जा रही है। इनमें विद्यार्थियों को एबीवीपी कार्यकर्ता पढ़ाते हैं। पाठशाला सहसंयोजक कल्याणसिंह दरुडा ने कहा कि शिक्षा जीवन में हर पहलू सूझबूझ को विकसित करती है, परिषद की पहल सराहनीय है।