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तेरस री है रात,माजीसा आज थोने आणो हैं ……………..

त्रयोदशी जागरण में झूमे श्रद्धालु

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तेरस री है रात,माजीसा आज थोने आणो हैं .................

तेरस री है रात,माजीसा आज थोने आणो हैं .................

जसोल. भाद्रपद त्रयोदशी को माजीसा मित्र मंडल जसोल के तत्वावधान में शनिवार को जसोल के एस .एन. वोहरा राजकीय विद्यालय में एक शाम जसोल मांजीसा के नाम जागरण आयोजित हुआ।
पं. राजू महाराज जसोल के सान्निध्य में आयोजित जागरण में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

गायक तेजाराम दमामी की प्रस्तुत माजीसा की आरती से भजन संध्या की शुरुआत की गई। गायक प्रकाश माली ने गजानंद वंदना,गुरु वंदना, माजीसा री चूनड़ी, तेरस री रात, मेहंदी माजीसा रे मन भाय, माजीसा आज थाने आणो हैं आदि भजनों की सुंदर प्रस्तुतियां दी।माता राणी भटियाणी कथा की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे। गायिका ललिता पंवार ने आवो पधारो म्हारा माजीसा, माजीसा कठे रे सोया रे सुख भर नींद में, मोरुड़ा जसोल गढ़ में बोल्यो रे भजनों की प्रस्तुति दी । विष्णु सागर गंगानगर ने जसोल री धरती में देवरो आदि भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी। इसे श्रद्धालुओं ने खूब सराहा।प्रवक्ता थानाराम माली ने बताया कि इस अवसर पर छतीसगढ़ की जज नीलम सिंह जैन, नगरपालिका उपसभापति राधेश्याम माली, भाजपा नेता अरूण चौधरी, शिवसेना जिला प्रमुख पन्नालाल सोलंकी, भाजपा युवा नेता गोविन्दसिंह कालूड़ी,महेंद्र छाजेड़, माणक गहलोत, तिलोकचंद प्रजापत, किशोर सालेचा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।

माता राणी भटियाणी दरबार में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

बालोतरा.
भाद्रपद शुक्ल त्रयोदशी शनिवार को माता राणी भटियाणी मंदिर में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों-हजारों श्रद्धालु उमडऩे पर मंदिर मुख्यद्वार-प्रवेश मार्ग तक लंबी कतारें नजर आई। घंटों प्रतीक्षा बाद आई बारी पर श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन-पूजन कर व प्रसाद चढ़ा परिवार में खुशहाली की कामना की। भजन गाते हुए जयकारे लगाए। इस पर पूरे दिन धर्ममय माहौल रहा।

धार्मिक दृष्टि से भाद्रपद व त्रयोदशी बड़ा माह व तिथि होने पर शनिवार को जसोल में मारवाड़ भर से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। ब्रह्ममुहूर्त में श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वो देर रात तक जारी रहा। बालोतरा व आसपास दर्जनों गांवों से हजारों श्रद्धालु पैदल जत्थों के रूप में माजीसा के जयकारे लगाते, भजन गाते व नृत्य करते हुए मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंगला आरती उतारी। त्रयोदशी को लेकर मांजीसा प्रतिमा का विशेष पूजन कर नए वस्त्रों, गहनों, फूलों से आकर्षक शृंगार किया गया। दिन निकलने के बाद रेलगाडिय़ों, बसों व निजी वाहनों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस पर मंदिर मुख्य द्वार से प्रवेश द्वार तक लंबी कतारें देखने को नजर आई। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ा। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर स्थित बायोसा, सवाईसिंह, लालसिंह के मंदिरों में भी पूजा अर्चना की। इन मंदिरों में भी दर्शन के लिए कतारें लगी दिखाई दी। पूरे दिन श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही। इससे मेला सा माहौल नजर आया। श्रद्धालुओं के जयकारे लगाने व भजन गाने से पूरे दिन माहौल धर्ममय बना रहा। मंदिर ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं के लिए छाया, पानी, चिकित्सा व सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए।