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खुद की पांच करोड़ की जमीन का ही दे दिया नगरपरिषद ने पट्टा, खुली पोल तो की कार्रवाई

- व्यावसायिक भूमि पर एक परिवार के चार जनों को जारी किए पट्टे

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बाड़मेर पत्रिका. नगरपरिषद बाड़मेर ने पट्टे जारी करने में फर्जीवाड़ा करने की सभी हदें पार दी है। परिषद ने शिवनगर टाउनशिप योजना में स्वयं की आरक्षित व्यावसायिक भूमि पर एक ही परिवार के चार जनों के नाम 40 गुणा 70 फीट साइज के चार पट्टे जारी करने का सनसनीखेज कारनामा कर दिया।
करीब पांच करोड़ रुपए मूल्य की इस जमीन पर पट्टाधारक परिवार कब्जा करने में जुटा तो पूरा घोटाला खुलकर सामने आया। घोटाला खुलते ही नगरपरिषद प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। फर्जी पट्टाधारक परिवार की ओर से जमीन पर कब्जा करने के लिए खोदी गई खाई में मिट्टी डालकर नगरपरिषद ने इस घोटाले से पीछा छुड़ाने का प्रयास किया और कहा कि पट्टे लेने वाले ने पूरे नगरपरिषद प्रशासन को अंधेरे में रखकर पट्टे ले लिए।

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सात दिन पहले दिए पट्टे

नगरपरिषद ने 15 नवम्बर को लक्ष्मणदास पुत्र सत्ताराम, नेमीचंद, भीमराज, पंकजकुमार सभी पुत्र लक्ष्मणदास बडेरा के नाम से चार पट्टे जारी किए। सभी पट्टों का फ्रंट शिवनगर टाउनशिप योजना की साठ फीट रोड पर दर्शाया गया है। चारों पट्टों की साइज एक समान 40 गुणा 70 फीट दर्शाई गई है। चालीस फीट का फ्रंट मुख्य सड़क पर तो पीछे के हिस्से में स्वयं की जमीन बताई गई है।

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पट्टे मिलते ही कब्जे का प्रयास

पट्टे जारी होने के चार दिन बाद पट्टाधारक परिवार रविवार को यहां पर कब्जा करने पहुंच गया। जेसीबी से बबूल की कटाई की और मुख्य सड़क के हिस्से पर जेसीबी से नींव की खुदाई कर दी। आस-पड़ौस के लोगों ने नगरपरिषद को शिकायत की तो एटीपी व प्रारूपकार ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवाया। मंगलवार सुबह पाइपलाइन बिछवाकर नल कनेक्शन का प्रयास किया गया, जिसे नगरपरिषद ने रुकवा दिया। अंतत: दोपहर बाद नगरपरिषद ने जेसीबी भेजकर खोदी गई नींव को भी मिट्टी से भर दिया और भूखंड अपने कब्जे में लिया।

वास्तविक स्थिति इस तरह

करीब एक बीघा का त्रिभुजाकार भूखंड भगवती ग्रीन आवासीय कॉलोनी के ठीक सामने स्थित है। टाउनशिप योजना में यह भूखंड व्यवसायिक श्रेणी में आरक्षित किया है। भूखंड का एक हिस्सा निरंकारी सत्संग की चारदीवारी से सटा हुआ है। त्रिभुज की शेष दो भुजाओं में अग्रभाग साठ फीट रोड पर व पृष्ठभाग चालीस फीट रोड पर है। त्रिभुजाकार मार्केट बनाकर यहां पर छोटे दुकानदारों को रोजगार देने की परिकल्पना है।

आयुक्त बोले-नए कर्मचारियों को व हमें गुमराह किया

नगरपरिषद आयुक्त योगेश आचार्य ने बताया कि यह योजना क्षेत्र की नगरपरिषद की जमीन है, जिस पर मार्केट प्रस्तावित है। पट्टा आवेदकों ने नए कर्मचारियों व अधिकारियों को गुमराह किया। झूठे बंधपत्र व शपथपत्र लगाकर विधिविरुद्ध पट्टे हासिल कर लिए। दुर्भावना से ग्रसित होकर झूठे साक्ष्य उत्पन्न कर पड़ौस में खुद के ही भूखंड दर्शा दिए और भूखंडों की लोकेशन शिवनगर टाउनशिप की बजाय जोगियों की दड़ी बता दी। नगरपरिषद ने कब्जा रोक दिया है। पानी का कनेक्शन भी रुकवा दिया है। दो दिन में पट्टे निरस्त कर फर्जी तरीके से पट्टे लेने वालों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।