
बालोतरा। जिले का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पूनियों तला गिड़ा में हॉकी सीखती बालिकाएं।
बालोतरा। जिले का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पूनियों तला गिड़ा प्रदेश में उन चुनिंदा विद्यालयों में शामिल हो गया है, जहां शिक्षा के साथ खेलों का भी मजबूत आधार तैयार किया गया है। कार्यवाहक प्रधानाचार्य संतोष कुमार गोदारा ने सात वर्ष पूर्व गांववासियों के सहयोग से बदलाव की मुहिम शुरू की थी। आज उसी पहल का नतीजा है कि बिना शारीरिक शिक्षक के भी विद्यालय में खिलाड़ियों की फौज तैयार हो गई है।
करीब 14 खेलों में भाग लेते खिलाड़ी
विद्यालय में 347 विद्यार्थी नामांकित हैं। कक्षा 3 से ऊपर का हर छात्र किसी न किसी खेलकूद गतिविधि से जुड़ा हुआ है। यहां करीब 14 खेलों शूटिंग, एथलेटिक्स, स्केटिंग, कबड्डी, बॉक्सिंग, वुशु, क्रिकेट, तीरंदाजी, हॉकी, साइक्लिंग और शतरंज आदि में टीमें बनाई गई हैं। कार्यवाहक प्रधानाचार्य गोदारा बताते हैं कि शिक्षक पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से खेलों की बारीकियां सीखते हैं और फिर विद्यार्थियों को ट्रेनिंग देते हैं। इसी नवाचार के चलते पिछले सात वर्षों में दर्जनों खिलाड़ी जिला और राज्य स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं।
87 विद्यार्थी राज्य स्तर पर पहुंचे
प्रधानाचार्य ने बताया कि पहली बार एक ही विद्यालय से 87 विद्यार्थियों का राज्य स्तर पर चयन हुआ। कबड्डी की टीम लगातार सात वर्ष से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही है। वहीं शूटिंग की अंडर-14 टीम के पांच खिलाड़ी राज्य स्तर तक पहुंचे हैं। तीरंदाजी, हॉकी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग और वुशु जैसे खेलों में भी बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। विद्यालय में प्रधानाचार्य, शारीरिक शिक्षक सहित कई महत्वपूर्ण पद रिक्त होने के बावजूद विद्यार्थियों की उपलब्धियां प्रेरणादायक हैं। वहीं अकादमिक स्तर पर भी विद्यालय ने नाम रोशन किया है। पिछले वर्ष छात्रा रविना भाटी ने 12वीं कला संकाय में जिला मेरिट में सरकारी विद्यालयों में प्रथम और ओवर ऑल तीसरा स्थान प्राप्त किया।
पर्यावरण संरक्षण में भी आगे
विद्यालय हरियाली और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी मिसाल कायम कर रहा है। परिसर में 200 से अधिक पौधे लगे हैं। भामाशाहों के सहयोग से प्रत्येक विद्यार्थी को हर वर्ष दो पौधे भेंट किए जाते हैं, जिन्हें वे घर पर लगाते हैं। नतीजतन गांव के लगभग हर घर में 5 से 7 नए पौधे लहलहा रहे हैं। वहीं गर्मी के दिनों में 1100 परिंडे लगाए, जिससे हर घर के आगे पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हो गई है। सवा करोड़ रुपए की लागत से बना विद्यालय का नया परिसर आज अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। सभी कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड, 32 सीसीटीवी कैमरे और बेहतर अधोसंरचना ने इसे प्रदेश के सरकारी विद्यालयों के लिए प्रेरणा स्रोत बना दिया है।
Published on:
12 Sept 2025 07:34 pm
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