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रंजिश का परिणाम मौत न हों…थानेदारों को यह समझाओ- सर्वटे

  - अनुसूचित जाति के लोगों व आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिए सख्त निदेंश

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बाड़मेर पत्रिका. राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन विष्णुदेव सर्वटे ने कोजाराम हत्या प्रकरण को लेकर कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में पुलिस अधिकारियों को कहा कि किसी भी रंजिश का परिणाम मौत नहीं हों,यह ठीक नहीं है। थानेदारों को इसके लिए पाबंद करो। कोजाराम के प रिवार को पेंशन मिले और बेटियों को पालनहार योजना का लाभ। उन्होंने अतिरिक्त पुुलिस अधीक्षक नरपतसिंह से केस की पूरी जानकारी ली और सवाल किया कि पुलिस अधीक्षक के पास आने के बाद घटना हुई है। नरपतसिंह ने जवाब दिया कि वो तो केवल पाबंद करने की अर्जी लाया था, पुलिस अधीक्षक ने एफआइआर दर्ज की और इसके मूल में भूखण्ड विवाद होने की जानकारी दी।

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सर्वटे ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न ग्राम, तहसील, जिलों आदि से अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगो से प्राप्त परिवादों से ज्ञात होता रहता है कि उनकी खातेदारी की भूमि पर दबंग एवं प्रभावशाली लोग कब्जा करके इन्हें आर्थिक, शारीरिक व मानसिक क्षति पहुंचाने का प्रयास करते रहते है, जोकि गैर कानूनन है । इसे दंडनीय आपराधिक कृत्य भी माना गया है।

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प्रतिनिधि मण्डल मिला -जनसुनवाई के दौरान कोजाराम प्रकरण के संबंध में प्रतिनिधि मण्डल ने भेंटकर उपाध्यक्ष को विस्तृत जानकारी दी। उपाध्यक्ष ने पुलिस विभाग को निष्पक्ष जांच के निर्देश देते हुए सात दिवस में जांच रिपोर्ट आयोग को भेजने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में शान्ति एवं सौहार्द बनाये रखने के लिए उचित कदम उठाने को कहा।

परिवेदनाओं का सुना, समीक्षा की -सर्वटे ने इस दौरान अनुुसूचित जाति, जनजाति एक्ट के तहत परिवेदनाएं लेकर पहुंचे लोगों को सुना। योजनाओं की समीक्षा की।


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