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जिले के सिवाना थाना क्षेत्र के मोकलसर स्थित वाल्मिकी मंदिर के पुजारी की हत्या के आरोपी तीन शातिर चोर निकले हैं। आरोपी मंदिर में चोरी करने की नियत से आए थे। जब पुजारी के कमर पर बंधी चाबियों को निकाल रहे थे और उनकी आंख खुल गई तो आरोपितों ने जान से मार दिया। हत्या करके भागे आरोपी बीते दिनों जालोर में चोरी करते सीसीटीवी में कैद हो गए। यहां से पुलिस को पुख्ता सुराग मिला। इसके बाद पकड़ कर पुलिस ने सख्ती की तो हत्या की वारदात कबूलने पर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि 14 जून की रात वाल्मिकी मंदिर मोकलसर के पुजारी धनगिरी (65) पुत्र लच्छागिरी निवासी मोईवाड़ा जालोर की हत्या करने के बाद आरोपी शव को कुएं के पास घसीटते हुए छोड़ कर भाग गए। वारदात के बाद पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया। गहनता से हर पहलू को जांच में शामिल करते हुए हत्या का खुलासा कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
चोरी की नियत से हत्या की
पुलिस को अंदेशा था कि ओमा उर्फ ओमाराम मंदिरों में चोरियों को अंजाम देने के लिए गिरोह चला रहा है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपित ओमा उर्फ ओमाराम पुत्र उकाराम निवासी मांगला फार्म समदड़ी, जालाराम पुत्र हेमाराम भील, जस्साराम पुत्र ईश्वरलाल निवासी कुड़ी पचपदरा को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ करने पर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि चोर गिरोह के तीनों आरोपी मोटरसाइकिल से मंदिर पहुंचे। मंदिर के पीछे वाले दरवाजे से अंदर घुसे। उसके बाद मंदिर में रखी तिजोरी को तोड़ा लेकिन अंदर रुपए कम थे। परिसर में इधर-उधर देखा तो एक कमरा बंद नजर आया।
जिसकी चाबियों को गुच्छा पुजारी की कमर पर बंधा हुआ नजर आया। जैसे ही आरोपितों ने चाबियां लेने का प्रयास किया तो पुजारी की जाग हो गई। इस पर उन्होंने लोहे की छड़ व लाठी से सिर पर वार कर पुजारी की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को घसीटते हुए पास में बने कुएं पर ले गए। जहां पर कानों में पहने हुए गोखरू निकाल साथ ले गए। मंदिर परिसर में बने कमरे में पडे़ बक्से से रुपयों से भरा झोला पर हाथ साफ किया। इसके बाद आरोपित मोटरसाइकिल से अपने-अपने गांव लौट गए।
इनका रहा विशेष सहयोग
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान रतनू, डिप्टी राजेश माथुर, थानाधिकारी जुल्फिकार, देवीचंद ढाका, रामनिवास, साइबर सेल के प्रभारी पन्नाराम, प्रेमाराम, बृजमोहन मीणा, परशुराम, विरेन्द्रकुमार, रामाराम, मदनसिंह, शैतानसिंह, रमेश राव, तनसिंह, जबरसिंह, अजयकुमार, वीरमखान टीम में शामिल रहे। एसपी ने टीम कार्य की सराहना करते हुए महानिरीक्षक पुलिस जोधपुर रेंज को पुरस्कृत करने के लिए प्रस्ताव भेजा है।
Published on:
22 Jun 2017 08:53 pm
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