
Godham Mahatirth Pathmeda news
बाड़मेर
गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक स्वामी दत्तशरणानंद महाराज के पावन सानिध्य में वेद लक्षणा गो संदेश यात्रा के बाड़मेर पहुंचने पर सोमवार को जसदेर धाम पर गो भक्तो ने स्वागत किया। यात्रा के अवसर पर प्रात: स्वामी दत्तशरणानंद महाराज के सानिध्य में संतो व गो भक्तों ने जसदेर तालाब पर सुरभि संकीर्तन एवं स्वच्छता कार्यक्रम के तहत पॉलीथिन एवं प्लास्टिक सामग्री को एकत्रित कर गोवंश को प्लास्टिक तथा पॉलीथिन से बचाने का संदेश दिया। इसके बाद पथमेड़ा गो चिकित्सालय में नंदी पूजन व सुरभि महायज्ञ का आयोजन हुआ।
जसदेर धाम में वेदलक्षणा गो महिला सत्संग सभा का शुभारंभ ज्योति पूजन से हुआ। गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक स्वामी दत्तशरणानंद महाराज ने बाड़मेर वासियों को गोपालन करने का आहन करते हुए गो सरंक्षण के लिए पॉलीथिन का बहिष्कार करने की बात कहीं। उन्होंने बताया कि गोसेवा से आत्मा का कल्याण तो होता ही है, परमात्मा भी खुश होते है। गोमाता के रणो के लिए हमारे पूर्वजों व शूरवीरों ने उनकी रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिया वो सब अब लोकदेवताओं के रूप में पूजे जाते है। उन्होंने कहा कि इस सभा से हम सबको संकल्प लेना है कि गो सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है।
समिति के प्रदेश अध्यक्ष महंत दिनेश गिरी ने राजस्थान गो सेवा समिति द्वारा गो संरक्षण एवं गो संवर्धन के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। प्रदेश उपाध्यक्ष महंत रघुनाथ भारती ने कहा कि गोमाता में 33 करोड़ देवी देवता निवास करते है। तारातरा मठ के महंत प्रतापपुरी महाराज ने बाड़मेर जिले में गो रक्षा एवं गो संवर्धन के कार्यो की जानकारी दी। गो सेवा समिति के प्रदेश मंत्री आलोक सिंघल व मीडिया प्रभारी रमेशसिंह इंदा ने वेद लक्षणा गो संदेश यात्रा की प्रस्तावना व विस्तृत जानकारी प्रदान की।
यह रहे कार्यक्रम में मौजूद
कार्यक्रम में पूर्व विधायक हरिसिंह सोढा, सगतसिंह, जेठमल जैन, डूंगरमल महेश्वरी, आनंद पुरोहित, किशोर भार्गव, दिलीप तिवाड़ी, दिलीप लोहिया, सुखदेव सोनी, कंवराजसिंह, गुलाबसिंह, महिपालसिंह, रिनछाना प्रजापत, सोहनसिंह, जितूसिंह, गौतम, धनराज शर्मा, लालसिंह, बसंत खत्री, चेलाराम सिंधी, राजू बेनीवाल सहित गोभक्त मौजूद रहे।
साधुसंतो ने दिया गोसेवा का संदेश
राजस्थान गोसेवा समिति प्रदेश अध्यक्ष महंत दिनेश गिरी, महंत हिरापुरी, पलासना सीकर महंत मनोहरशरन दास, पन्नाणीयो का तला महंत जगरामपूरी, महंत ओंकारभारती, संत गोपालानन्द, महंत रविन्द्रानन्द, महंत निरंजन भारती, संत गोविन्दवल्लमदास, महंत आनंदपूरी, संत रघुनाथ भारती, महंत भेरभारती, महंत नरसिंहदास, साध्वी सत्य सिद्वा, संत सीताराम, संत अभयनाथ, संत करणागिरी, स्वामी तारापुरी, स्वामी दयालपुरी, स्वामी वेदानंद, संत धर्मदास, संत रामदास मौजूद रहे।
---
Published on:
26 Oct 2021 07:05 pm
बड़ी खबरें
View Allबाड़मेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
