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जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा करने वालों की अब खैर नहीं

आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय ने फर्जी दस्तावेज से जन्म-मृत्यु और विवाह प्रमाण-पत्र जारी करवाने के मामले सामने आने से सबक लेते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस थानों में मामला दर्ज करवाने के आदेश जारी किए हैं ताकि फर्जीवाड़ा रोका जा सके।

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सांकेतिक तस्वीर

बस्सी/गोविंदगढ़। आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय ने फर्जी दस्तावेज से जन्म-मृत्यु और विवाह प्रमाण-पत्र जारी करवाने के मामले सामने आने से सबक लेते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस थानों में मामला दर्ज करवाने के आदेश जारी किए हैं ताकि फर्जीवाड़ा रोका जा सके।

आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग जिला कलक्ट्रेट जयपुर के सहायक निदेशक डॉ. सुदीप कुमावत ने बताया कि फर्जी तरीके से जन्म-मृत्यु व विवाह प्रमाण-पत्र जारी करवाने के मामले सामने आने के बाद मुख्य रजिस्ट्रार, निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव विनेश सिंघवी ने आदेश जारी कर निर्देशित किया है कि गलत तथ्यों एवं कूटरचित दस्तावेज से प्रमाण पत्र जारी करवाने पर प्रकरण की जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाए और जारी प्रमाण पत्र को नियमानुसार निरस्त करवाने की कार्रवाई की जाए। इतना ही नहीं, जुर्माना व पेनल्टी भी लगाई जाए।

इसलिए उठाए कदम
सहायक निदेशक कुमावत ने बताया कि पिछले कुछ समय से ऐसे प्रकरण सामने आ रहे हैं, जिसमें रजिस्ट्रार को गलत सूचना व झूठे तथ्य प्रस्तुत कर एक ही व्यक्ति द्वारा एक से अधिक जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवा लिए जाते हैं। इस आदेश से इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।

आईडी-पासवर्ड बदलने के दिए निर्देश
सहायक निदेशक ने बताया कि रजिस्ट्रार व उप रजिस्ट्रार द्वारा स्वयं की लॉगिन आईडी व पासवर्ड अन्य व्यक्ति, ई-मित्र संचालक, कम्प्यूटर ऑपरेटर को भी नहीं देने और नियमित रूप से आईडी व पासवर्ड बदलने के निर्देश दिए हैं।

निदेशालय ने चेताया है कि यदि किसी रजिस्ट्रार व उप रजिस्ट्रार की लॉगिन आईडी से फर्जी जन्म-मृत्यु व विवाह प्रमाणपत्र जारी होते हैं तो उसके खिलाफ भी इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 व अन्य विधिक प्रावधानों के अन्तर्गत कानून कारवाई होगी।