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राजस्थान में विद्युत निगम ने कनेक्शन काटा तो नर्सरी के हजारों पौधे सूखे, 7 लाख रुपए है बकाया

विद्युत निगम ने कनेक्शन काटकर दहमीकलां नर्सरी को उजड़ने के लिए छोड़ दिया है।

बस्सीJun 09, 2024 / 09:51 pm

vinod sharma

Forest Department Jaipur

विद्युत निगम ने कनेक्शन काटकर दहमीकलां नर्सरी को उजड़ने के लिए छोड़ दिया है।

कमल कुमार जांगिड़
वन विभाग की जयपुर प्रादेशिक रेंज के अधीन आने वाली दहमीकलां वन पौधशाला को विद्युत निगम ने उजड़ने के लिए छोड़ दिया है। वन विभाग की माली हालत के चलते बिजली बिल जमा नहीं होने के कारण विद्युत निगम ने कनेक्शन काट दिया है जिससे नर्सरी में तैयार हो रहे हजारों पौधे अब दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। हालात ये हैं कि नर्सरी में 2 हजार से अधिक पौधे सूख गए हैं। वन विभाग के पास बिजली बिल जमा कराने के लिए पैसा नहीं है। बकाया बिल जमा नहीं किए जाने से विद्युत निगम द्वारा कनेक्शन काट देने के बाद नर्सरी के हालात और भी खराब हो गए हैं। सरकार एक तरफ अधिक से अधिक पौध लगाने के लिए अपील कर रही है जबकि नर्सरी में तैयार किए जाने वाले पौधे दम तोड़ रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी इस बगिया को उजड़ती देख रहे हैं लेकिन बचाने के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। गौरतलब है कि इस नर्सरी में करीब दस हजार हजार छायादार, फलदार एवं सजावटी पौधे क्यारियों में तैयार किया जा रहे हैं। जिनमें से 8 क्यारियों में लगाए गए अशोक सहित कई प्रजाति के पौधे सूख चुके हैं। अन्य क्यारियों में लगे करीब तीन से चार हजार पौधे भी अब नष्ट होने की कगार पर पहुंचते दिखाई दे रहे हैं।
विद्युत निगम ने उजाड़ दी दहमीकलां की नर्सरी

हर साल कम हो रहा टारगेट

नर्सरी में सहायक वनपाल राजेन्द्र कुमार मीणा, तकनीशियन तृतीय भागीरथ व विमला बेलदार सहित कुल तीन ही कर्मचारी का स्टाफ है। बताया जा रहा है कि इस बार दस हजार ही पौधों को तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। तीन साल से पहले 20 हजार फिर 15 हजार अब दस हजार ही रह गए हैं। जबकि लक्ष्य अधिक होना चाहिए था। पिछ्ली बार के बचे हुए सहित इस बार के 10 हजार पौधों सहित करीब 16 से 17 क्यारियों में करीब 19 हजार पौधों में पानी के बिना 4 फीट लंबे पौधे काफी संख्या में नष्ट हो चुके हैं। पानी देने के ओर कोई स्रोत भी नहीं है। अगर बिल जमा नहीं हुआ तो इस भीषण गर्मी को देखते हुए संपूर्ण नर्सरी पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी।

जिम्मेदार ने पल्ला झाड़ लिया

इस मामले को लेकर जब दहमीकलां नर्सरी प्रभारी सहायक वनपाल राजेन्द्र कुमार मीणा से बात की तो उन्होंने अपने ही विभाग को जिम्मेदार ठहरा कर पल्ला झाड़ लिया। बताया कि नर्सरी में करीब सालभर से बिजली का बिल बकाया चल रहा है जिसके चलते विद्युत निगम ने कुछ माह पहले कनेक्शन काट दिया है। बोरिंग बंद है जिसके चलते पौधों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। वन विभाग की ओर से सिंचाई की वैकल्पिक व्यवस्था के इंतजाम भी नहीं किए जा रहे। बताया गया कि बिजली बिल बकाया होने के चलते विद्युत कनेक्शन काटने के मामले को लेकर वनपाल, क्षेत्रीय वन अधिकारी, डीएफओ, डीसीए जयपुर सहित आलाधिकारियों को लिखित व मौखिक में कई बार अवगत करवाया है लेकिन आज तक का बिल भुगतान का नहीं करवाया गया है।
इनका कहना है…
कनेक्शन कट रहा है। बिल जमा नहीं है तो हम क्या करें। हम तो आगे बार-बार लिखित में अवगत करवा रहे हैं। कार्रवाई कुछ हो नहीं रही है। कम से कम दस जगहों के और कनेक्शन कटने की स्थिति में हैं। कुल 5 से 7 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। जेडीए से पैसा आता है जो कि अभी कोई किस्त रिलीज नहीं कर पा रहा। जेब से तो कहां से बिल जमा कराएं।
-सुरेन्द्र शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी रेंज, झालाना
नर्सरी का 12 माह से बिजली बिल बकाया होने के चलते विद्युत निगम ने 6 माह पहले कनेक्शन काट दिया है। जिसके चलते सिंचाई के अभाव में पौधे सूख गए हैं। इसके लिए वन विभाग के उच्च अधिकारियों को मैंने लिखित व मौखिक में अवगत करा दिया है। जल्द ही बिल जमा नहीं हुआ तो संपूर्ण नर्सरी नष्ट होने के कगार पर आ जाएगी।
-राजेन्द्र कुमार मीना, नर्सरी प्रभारी दहमीकलां
वन विभाग की दहमीकलां नर्सरी का पिछले 12 माह से बिल बकाया चल रहा था। बार-बार नोटिस के बावजूद विभाग ने बिल नहीं जमा करवाया जिसके चलते करीब छह माह पूर्व कनेक्शन काट दिया गया है।
-गौरव पाण्डे, कनिष्ठ अभियंता, विद्युत निगम बगरू

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