
दुनिया का पहला संस्कृत में बोलने वाला शब्दकोष Henry Harvin Education ने किया पेश
जयपुर। युवा पेशेवरों की कुशलता में निखार लाने और उन्हें नए सिरे से कुशल बनाने के लिए एड-टेक प्लेटफॉर्म Henry Harvin Education ने भगवान राम के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए 22 जनवरी 2024 को दुनिया के पहले बोलने वाले संस्कृत शब्दकोष को पेश किया। यह प्रयास चार वर्ष पहले राम मंदिर के ऐतिहासिक शिलान्यास के समय तय की गई प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह इनोवेशन, शिक्षा, टेक्नोलॉजी और सांस्कृतिक विरासत के नए सिरे से प्रचार-प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
शब्दकोष को Education की टीम ने तैयार किया है। इसे तैयार करने में तीन वर्ष से भी ज़्यादा समय लगा है। इसमें परंपराओं और टैक्नोलॉजी खूबसूरत मिश्रण है जो भाषा सीखने का अनोखा अनुभव उपलब्ध कराता है। यह शब्दकोष तीन भाषाओं में उपलब्ध है और इसमें अग्रणी 2पी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके ऑडियो उच्चारण को शामिल किया गया, जो नई भाषा सीखने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार को दर्शाता है।
कंपनी के CEO and Founder Kounal Gupta ने कहा कि "पूरी दुनिया राम मंदिर के उद्घाटन की साक्षी बन रही है, वहीं हेनरी हार्विन एजुकेशन का बोलने वाला शब्दकोष नए भारत की इनोवेटिव भावना का प्रमाण है, जो प्राचीनता को आधुनिकता से बहुत ही खूबसूरती से जोड़ता है। हेनरी हार्विन एजुकेशन के पास कुशलता में सुधार लाने और नए सिरे से कुशल बनाने के 800 से ज़्यादा प्रशिक्षण कार्यक्रम का पोर्टफोलियो है।
Published on:
25 Jan 2024 07:28 pm
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