रायथल (जयपुर). बच्चों को आनंदमय तरीके से शिक्षा प्रदान करने के मकसद से प्रतापपुरा कलां के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के स्टाफ ने ग्रामीणों के सहयोग से रंग-रोगन करके विद्यालय को रेलगाड़ी एवं रेलवे स्टेशन का स्वरूप प्रदान किया है। यह विद्यालय अब आसपास के गांवों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। वहीं बच्चे भी उत्साहित होकर शिक्षा अध्ययन कर रहे हैं।

पढ़ाई करने में उत्साह का माहौल….
विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामावतार जांगिड़ ने बताया कि विद्यालय भवन में लम्बे समय से रंग-रोगन कार्य नहीं हुआ था, जिससे समूचा भवन बहुत ही पुराना और बदरंग दिखाई देता था। भवन को रंग-रोगन कराने की सोची तो हमारे मन में एक विचार आया कि क्यों नहीं इस विद्यालय को एक नया स्वरूप दिया जाए, जिससे बच्चों में विद्यालय आने एवं पढ़ाई करने में उत्साह का माहौल बने। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए हमने विद्यालय को एक ट्रेन और स्टेशन के रूप में विकसित करने का प्लान बनाया।

कमरों को दिया डिब्बों का रूप….
प्रधानाध्यापक जांगिड़ ने बताया कि गुढ़ासुर्जर गांव के पेंटर ओमप्रकाश बुनकर काे इसकी जिम्मेदारी दी गई, जिसने स्टाफ के दिशा निर्देशन में कमरों को ट्रेन के डिब्बों का और बरामदे को प्लेटफार्म का रूप देते हुए रंग रोगन किया। इसके बाद जब बच्चों को कक्षा-कक्ष के दरवाजे पर खड़ा किया तो मानो जैसे वे ट्रेन में सफर करने का आनंद ले रहे हों, ऐसा लगता है। प्रधानाध्यापक जांगिड़ की मानें तो इस कार्य में लगभग पचास हजार रुपए का खर्चा आया है।