कल्लूरी ने कहा, सीबीआई द्वारा पेश रिपोर्ट को कुछ लोग मीडिया में गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। 2011 में मेरे दंतेवाड़ा एसएसपी रहते हुए यह घटना हुई थी। फोर्स ने घर नहीं जलाए थे। ताड़मेटला में 76 जवानों को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया था और उसके बाद तिम्मापुरम, मोरपल्ली पहुंची फोर्स के साथ हुई नक्सलियों की भीषण मुठभेड़ के दौरान यह घटना हुई थी। वहां दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही थी। जवानों ने आत्मरक्षा में गोली चलाने के साथ बम का भी उपयोग किया गया था।