केंद्रीय इस्पात खान राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने नगरनार में एनएमडीसी के स्टील प्लांट का जायजा लिया। उन्होंने प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस , स्टील मेल्टिंग शॉप प्लांट का अवलोकन किया।
केंद्रीय इस्पात खान राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने नगरनार में एनएमडीसी के स्टील प्लांट का जायजा लिया। उन्होंने प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस , स्टील मेल्टिंग शॉप , कोक ओवन, सिंटरिंग प्लांट, रोलिंग मिल, ऑक्सीजन प्लांट का अवलोकन किया।
उन्होंने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में स्टील उद्योग का अहम स्थान है। इस मौके पर सांसद दिनेश कश्यप, विधायक संतोष बाफना, जिला पंचायत अध्यक्ष जबीता मण्डावी, डायरेक्टर प्रोडक्शन वीपी सतपथी, प्लांट के जीएम (टेक्नोलॉजी) प्रशांत दास सहित आला अफसर मौजूद थे।
स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता
उन्होंने उम्मीद जताई कि यह प्लांट बस्तर के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह भी कहा कि ऐसे बड़े उद्योग से क्षेत्रीय लोगों की उम्मीदें जुड़ी होती है। प्लांट के अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें कि वे नियमानुसार तृतीय व चतुर्थ वर्ग सहित अधिकारियों की नियुक्तियों में भी यहां के लोगों को नियमानुसार अधिक से अधिक रोजगार दिलाए।
सीआरएस मद से 194 करोड़ रु का काम
एनएमडीसी के अफसरों ने बताया कि प्लांट के लिए तीसरे चरण का अधिग्रहण चल रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष सीएसआर मद के अंतर्गत 42 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। वर्ष 2010 के बाद से अभी तक सीएसआर मद से 194 करोड़ रुपए के काम को मंजूरी दी गई है। जिसमें से 104 करोड़ रुपए के काम पूरे हो चुके हैं।
इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग के रूप में विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा
उन्होंने बताया कि शिक्षा, पीने के पानी, पर्यावरण, कौशल विकास, खेल व संस्कृति और स्कूलों में शौचालय बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि धनपूंजी में बनाए गए रेसीडेंशियल स्कूल में बच्चे पढ़ रहे है तथा इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग के रूप में विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
अधिग्रहण के समय के दौरान नौकरी
73 परिवारों को जिनके सदस्यों को पहले चरण में किए गए अधिग्रहण के समय के दौरान नौकरी दी गई थी, उन्हें दूसरे चरण के अधिग्रहण के दौरान नौकरी दिए जाने के बारे में गाइड लाइन ली जा रही है। नौकरी में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है।
दिसंबर माह तक उत्पादन शुरु
केंद्रीय खान व इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नगरनार में एनएमडीसी के स्टील प्लांट में दिसंबर माह तक उत्पादन शुरु हो जाएगा। ऐसी कोशिश की जा रही है कि एनएमडीसी का एक उप केंद्र छत्तीसगढ़ में हो।
मंत्री साय ने नगरनार स्टील प्लांट के निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद बुधवार की दोपहर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि प्लांट में तेजी से काम हो रहा है, जो कि समय पर पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हर जिले में डिस्ट्रिक मिनरल फाउंडेशन बनाया जा रहा है। कलक्टर इसके अध्यक्ष होंगे।
अल्ट्रा मेगा प्लांट के बारे में प्रक्रिया जारी है
इस फाउंडेशन के जरिए ही प्लांट प्रभावित इलाके में सीआरएस मद के काम होंगे। नगरनार में सीआरएस मद से साल 2010 से अब तक 193 करोड़ रुपए के काम हुए हैं। डिलमिली में प्रस्तावित अल्ट्रा मेगा प्लांट के बारे में उन्होंने कहा कि प्रक्रिया जारी है। प्लांट में प्रभावितों और स्थानीय लोगों को नौकरी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय खान व इस्पात मंत्री नरेंद्र तोमर 23 और 24 जनवरी को बस्तर प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे भी प्लांट के निर्माण कार्योे का जायजा लेंगे। मंत्री साय ने नगरनार प्रवास के पहले एनएमडीसी की बचेली और किरंदुल की खदानों का अवलोकन किया था।
युवाओं को दिए जा रहे कौशल प्रशिक्षण
एनएमडीसी और मेकान के अफसरों ने प्रोजेक्टर प्रेजेंटेशन के जरिए मंत्री को प्लांट की विशेषताओं, विभिन्न ईकाइयों, उत्पादन क्षमता, कार्य की प्रगति, भूमि अधिग्रहण की स्थिति और प्लांट के माध्यम से युवाओं को दिए जा रहे कौशल प्रशिक्षण तथा रोजगार की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह देश का सर्वाधिकएनर्जी इफिशिएंट प्लांट होगा।
ये भी पढ़ें
इस प्लांट की क्षमता तीन मिलियन टन वार्षिक (एमटी) होगी। यहां पानी संग्रहण क्षेत्र, ग्रीन बेल्ट एरिया और टाउनशिप भी बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2016 तक इस प्लांट को प्रारंभ किए जाने का लक्ष्य है।