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दंतेश्वरी मंदिर में दो साल से वाद्य यंत्र  बंद, घंटा में  टुनटुना भी नहीं

शहर के प्रमुख आस्था का केन्द्र दंतेश्वरी मंदिर में आरती के दौरान बजाए जाने वाले इलेक्ट्रानिक ऑटोमेटिक वाद्य यंत्र दो साल से खराब होने से बंद है।

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Ajay Shrivastava

Apr 12, 2016

Just sound of bells fall

Just sound of bells fall

जगदलपुर.
शहर के प्रमुख आस्था का केन्द्र दंतेश्वरी मंदिर में आरती के दौरान बजाए जाने वाले इलेक्ट्रानिक ऑटोमेटिक वाद्य यंत्र दो साल से खराब होने से बंद है।


मंदिर में तीन इलेक्ट्रानिक नगाड़े भी दान में मिले थे, जो खराब है। दो बड़े घंटे में टुनटुना नहीं होने से उनका भी उपयोग नहीं हो रहा है। इस तरह मां दंतेश्वरी के दर्शन और आरती के दौरान सिर्फ घंटियों की आवाज आती हैं।


मंदिर के पुजारी पं.कृष्णकुमार पाढ़ी का कहना है कि वाद्य यंत्र दान में मिले थे। इसमें से खराब होने पर एक वाद्य यंत्र को बनाने दिया गया था, लेकिन अभी वह कहां और किस हालत में है, जानकारी नहीं है। इस संबंध में जिला प्रशासन या तहसीलदार ही बता सकते हैं।


इलेक्ट्रानिक वाद्य यंत्र की खलती कमी

गौरतलब है कि इस मंदिर की व्यवस्था टेम्पल कमेटी व जिला प्रशासन करता है। नवरात्र के दौरान बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु आते हैं और चढ़ावा भी होता है। इसी तरह मंदिर में पहले नगाड़े बजाने के लिए बाहर से समाज के लोग आते थे, लेकिन अब उन्होंने भी आना बंद कर दिया है। श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर में आरती के दौरान इलेक्ट्रानिक वाद्य यंत्र की कमी खलती है।


खेम लाल वर्मा, तहसीलदार :
इलेक्ट्रानिक वाद्य यंत्र को बनाने के लिए दिया गया था, लेकिन वह इतना खराब हो चुका है कि बनने लायक नहीं है। ये वाद्य यंत्र दान में मिले थे। हाथों से बजाने वाले भी नियुक्त किए गए हैं, लेकिन वे लगातार अनुपस्थित हैं, उन्हें नोटिस दिया गया है। नहीं आने पर उनका मानदेय रोका जाएगा।