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जानिए लौटते ही कल्लूरी ने किसे दी चेतावनी, कहा अब बोरिया बिस्तर बांध लो

आईजी एसआरपी कल्लूरी बस्तर लौटते ही अपने पुराने तेवर में दिखे और अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में ही नक्सलियों को चेतावनी दे डाली।

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Ajay Shrivastava

Dec 26, 2016

srp kalluri IG bastar

srp kalluri IG bastar

जगदलपुर.
तमाम अटकलों पर विराम लगाते बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी 26 दिसंबर को बस्तर लौटे, आते ही वे अपने पुराने तेवर में दिखे और अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में ही नक्सलियों को चेतावनी दे डाली। आईजी कल्लूरी ने कहा, मेरे बीमार होने पर नक्सली और सफेदपोश नक्सलियों ने बहुत जश्र मनाया। ऐसे लोगों को संदेश देना चाहता हूं, जब मैं बीमार था मुझे आंध्रप्रदेश ग्रेहाउण्ड्स के 10-12 जवानों ने खून दिया। अब मेरे रगों में ग्रेहाउण्ड्स का भी खून दौड़ रहा है। इकलौते बस्तर की टीम से नहीं निपट पा रहे थे अब तुम्हारा क्या होगा। समय आ गया है, छत्तीसगढ़ में अपना खूनी खेल बंद करो और अपना बोरिया बिस्तर बांधकर जहां से आए हो वापस लौट जाओ।


नए साल में नई रणनीति के साथ काम, बड़े नक्सली होंगे टारगेट में

आईजी कल्लूरी ने नक्सल विरोधी रणनीति में बदलाव के संकेत देते कहा, नक्सलवाद के विरोध में मिशन 2016 बेहद कामयाब रहा। इसकी सफलता के बाद अब 2017 में नई रणनति के साथ काम करेंगे। काम वहीं रहेगा पर तरीका बदल जाएगा। इस बार हमले और भी तेज होंगे। अब बड़े नक्सली लीडर्स और सफेदपोश नक्सलियों को टारगेट किया जाएगा। सफेदपोश नक्सली असली नक्सलियों से ज्यादा खतरनाक है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।


छत्तीसगढ़ के लोग नक्सली नही

आईजी कल्लूरी ने छत्तीसगढ़ के लोगों को नक्सली मानने से इंकार करते उन्हें नक्सल पीडि़त बताया। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को हम नक्सली नहीं मानते। ये ऐसे लोग हैं जो बड़े नक्सलियों के दबाव में काम करने मजबूर है। 2014 में ज्वाइनिंग के बाद से सीएम डॉ रमन सिंह के साथ ऐसे नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए छत्तीसगढ़ आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति बनाई गई। स्थानीय आदिवासी जो नक्सली बन गए थे उन्हें समर्पण करवाकर डीआरजी की टीम बनाई। इस टीम ने नक्सलियों को काफी क्षति पहुंचाया है।


लोगों का प्यार देख डॉक्टर भी रह गए हैरान अब नई ऊर्जा के साथ लौटा हूं

आईजी कल्लूरी ने कहा, इतनी जल्दी ठीक होने के पीछे सभी की शुभकामनाएं थी। विशाखपटनम में भर्ती रहने के दौरान इतने लोग मिलने आए कि विशाखापटनम में अपोलो अस्पताल के डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। उन्हें भरोसा नहीं हो पा रहा था, किसी अधिकारी से लोग इतना प्यार कर सकते हैं। इस दौरान सभी लोगों ने जल्द स्वस्थ होकर लौटने की बात कही। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने करीब छह हफ्ते तक आराम करने की सलाह दी थी। लेकिन शरीर ने तेजी से रिकवरी की। इससे चार हफ्ते बाद ही डॉक्टर्स ने मुझे ड्यूटी ज्वाइन करने की इजाजत दे दी। अब नई ऊर्जा, नई ताकत के साथ आया हूं। पुर्नजीवन के बाद आगे भी नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

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एयरपोर्ट पर स्वागत में उमड़ा शहर, लगे नक्सलवाद मुर्दाबाद के नारे

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इससे पहले दोपहर करीब एक बजे आईजी कल्लूरी विशाखापटनम से एसपी आरएन दास के साथ हेलीकाप्टर से बस्तर पहुंचे। उनके आने की सूचना मिलते ही घंटों पहले ही एयरपोर्ट पर सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। विभिन्न समाज व संगठन के लोग उनके स्वागत करने पहुंचे थे। बस्तर आईजी कल्लूरी के पहुंचते नक्सलवाद मुर्दाबाद के नारे से उनका स्वागत किया गया।


बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स, बस्तर परिवहन संघ, जिला अधिवक्ता संघ, संजय बाजार व्यापारी संघ, रोटरी क्लब, रोटरेक्ट क्लब, पत्रकार संघ, आर्ट ऑफ लिविंग, विह्ंगम योग समिति, आदिवासी समाज, आंध्रा समाज, गुजराती समाज, सिक्ख समाज, श्वेताम्बर जैन समाज, माहेश्वरी समाज, शौंडिक समाज, दिगंबर जैन समाज, क्षत्रिय समाज, मिथिला समाज, ब्राह्मण समाज, मुस्लिम व क्रिश्चियन समुदाय, पंजाब सनातन धर्म सभा, महाराष्ट्र मण्डल, कायस्थ समाज, आरण्यक ब्राह्मण समाज समेत शहर के जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोगों ने उनसे मिलकर उन्हें नई ऊर्जा के साथ वापस लौटने पर शुभकामनाएं दी।


परिवार के साथ पहुंचे दंतेश्वरी मंदिर

एयरपोर्ट से निकलकर आईजी कल्लूरी सीधे दंतेश्वरी मंदिर पहुंचे और नए जीवन के लिए मांई जी का आशीर्वाद लिया। यहां उनके साथ उनकी धर्मपत्नी व बेटी भी थी। साथ ही समाज के लोगों का काफिला उनके साथ था। इसके बाद उन्होंने विभिन्न रेंज के अफसरों के साथ बैठक की।

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