17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बसपा जॉइन करने के बाद कांग्रेस पर बरसे राजकिशोर सिंह, कहा ये मठाधीशों की पार्टी

पूर्व मंत्री और सपा छोड़कर कांग्रेस में आए राजकिशोर सिंह ने बसपा जॉइन कर लिया है। उनके साथ ही पूर्व विधायक राणा कृष्ण किंकर सिंह ने भी कांग्रेस को अलविदा कहकर बसपा का दामन थाम लिया है। दोनों पार्टी जॉइन करने के बाद पहली बार बस्ती पहुंचे और कांग्रेस पर जमकर बरसे।

2 min read
Google source verification
Rajkishor Singh

राजकिशोर सिंह

बस्ती. 2019 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में गए पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह ने बसपा में घर वापसी के बाद कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस को मठाधीशों की पार्टी बताते हुए कहा है कि कांग्रेस में जाना उनकी सबसे बड़ी राजनैतिक भूल थी। वहां मठाधीशी के अलावा कुछ नहीं। ये मठाधीश चाहते ही नहीं कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सरकार बनाए। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश में बसपा को मज़बूत करने का काम करेंगे। बताते चलें कि राजकिशोर सिंह और पूर्व विधायक राणा कृष्ण किंकर सिंह ने बीते 9 जुलाई को कांग्रेस छोड़कर बसपा जॉइन किया है।

उन्होने कहा कि मैं बसपा में रहते हुए ज़िला पंचायत सदस्य रहा। फिर बहनजी ने मुझे कैबिनेट मंत्री भी बनाया। अब एक बार फिर उसी पार्टी में वापस आया हूं जहां से शुरुआत की थी। उन्होने कहा कि इस बार वह खुद बहनजी के पास गए थे और उन्होने मुझे मौका दिया। उन्होने दावा किया है कि उनके समर्थकों, ब्लॉक प्रमुखों और ज़िला पंचायत सदस्यों में से 80 प्रतिशत मेरे साथ आ गए हैं। इस दौरान उनके साथ राणा कृष्ण किंकर सिंह समेत नेता भी मौजूद रहे।

बताते चलें कि राजकिशोर सिंह सबसे पहले 2000 से 2002 तक बस्ती की हरैया सीट से बसपा से विधायक रहे। 2003 में वह बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए और मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए। 2007 में वह फिर सपा के टिकट पर हरैया विधानसभा सीट से चुनाव जीत गए। 2012 में भी जीत का सिलसिला बरकरार रखा और अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा के अजय कुमार सिंह से शिकस्त खानी पड़ी। 2019 में सपा बसपा गठबन्धन के तहत बस्ती सीट बसपा के खाते में चली गयी और उन्हें टिकट नहीं मिला तो समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया और बस्ती से प्रत्याशी बनाए गए, लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा।

By Satish Srivastava