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बीजेपी MLA संजय जायसवाल और बस्ती डीएम के बीच बढ़ा विवाद, विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

पत्र में डीएम के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग डीएम ने कहा- मैने शासन के अनुरूप किया काम

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Bjp mla Sanjay Jaiswal and Basti Dm

भाजपा विधायक संजय जायसवाल और बस्ती डीएम

बस्ती. भाजपा विधायक संजय प्रताप जायसवाल और बस्ती डीएम के बीच ठनी हुई है। विधायक डीएम पर हमला करने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहे हैं। यह अलग बात है कि इस लड़ाई में वह अकेले है। बस्ती महोत्सव, बीडीए, अतिक्रमण, गन्ना किसानों के बकाए के बाद अब विधायक ने एक साथ दो सबसे बड़ा हमला किया है। उन्होंने डीएम पर विशेषाधिकार हनन और आचरण संहिता नियमावली के विपरीत कार्य करने का आरोप लगाया गया है और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की गई है। वहीं डीएम आषुतोष निरंजन का कहना है कि लोकतंत्र में अपनी बात कहने का अधिकार सभी को है। अगर आरोप लगाए गए हैं तो उसके साक्ष्य भी उपलब्ध कराना होता हैं। उन्होंने जो भी कार्य किया वह शासन और जनहित में जिलाधिकारी के रूप में किया है और अगर उनसे पूछा जाएगा तो जवाब दिया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष को डीएम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना देते हुए विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने कहा कि जब से उन्होंने ‘बस्ती महोत्सव’ का बहिष्कार किया और श्वेत पत्र जारी करने की मांग की, तब से डीएम का व्यवहार मेरे प्रति द्वेष भावना से ग्रसित है। डीएम संसदीय परम्परा का अनुपालन करना भूल गए हैं। तहसील भानपुर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब वह दिवस में पहुंचे तो डीएम न तो अपने सीट से उठे और न जाते वक्त विदाई की औपचारिकता ही निभाई। इतना ही नहीं जन समूह के समक्ष राजनीतिज्ञों पर अवैध वसूली करने का आरोप भी लगाया, जिसकी कवरेज इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रिंट मीडिया ने भी किया। उन्होंने कहा कि डीएम का कृत्य प्रोटोकाल के नियमों में विशेषाधिकार के हनन की श्रेणी में आता है। इससे मेरे साथ-साथ विधानसभा सदन का भी अपमान हुआ है। पत्र में डीएम के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की गई है।


आचरण संहिता नियमावली को लेकर मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में विधायक ने कहा कि डीएम बस्ती की ओर से अपने अधिनिष्ठों के प्रति अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, जबकि आचरण संहिता नियमावली में किसी भी कर्मचारी के प्रति अमानवीय व्यवहार नहीं किया जा सकता है। तहसीलदार भानपुर, मझौवा के चौपाल में सेक्रेटरी, निरीक्षण के दौरान सरयू नहर खंड चतुर्थ के एक्सईएन और पीडब्लूडी निर्माण खंड-एक के एक्सईएन एवं एई के साथ अभ्रदता किए जाने का मामला उनके संज्ञान में लाया गया है। पत्र में सीएम से आचरण संहिता नियमावली के अनुरुप कार्य और व्यवहार करने के लिए डीएम को निर्देश देने की अपील की गई है।

BY- SATISH SRIVASTAVA