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यूपी में पहला गो सेवक ऐप लांच, गोवंश किस हाल में हैं, सब पता चल जाएगा

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Cows Monitoring App

प्रतीकात्मक

बस्ती. गाय या गोवंश किस हाल में हैं, उनके चारा पानी व्यवस्था है या नहीं और कहीं वो बीमार तो नहीं, अगर बीमार हैं तो उनके इलाज की क्या व्यवस्था है। यह सब अब सरकार और प्रशासन को तत्काल पता चल जाएगा। इसके लिये यूपी में पहला ‘गो सेवक’ ऐप लांच कर दिया गया है। इस ऐप के जरिये गोशालाओं में होने वाली हर एक्टिविटी के बारे में तत्काल जानकारी हो जाएगी। गोवंश को होने वाली किसी भी समस्या को दूर करने में इससे काफी मदद मिलेगी। ये ऐप बस्ती जिले में लांच किया गया है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि यह यूपी का पहला ऐसा ऐप है जिसमें गोशालाओं की ऑनलाइन व्यवस्था दी गयी है।

पूरे प्रदेश में लागू होगा ऐप

गोशाला मैनेजमेंट पोर्टल और मोबाइल ऐप की व्यवस्था बस्ती जिले में सफलता पूर्वक लागू कर दी गयी। इसके इस्तेमाल और जागरूकता के लिये कलेक्ट्रेट सभागार में एक गोष्ठी भी आयोजित की गयी। जिसमें बताया गया कि इसके जरिये जिले के सभी 118 स्थायी व अस्थायी गो आश्रय स्थलों की व्यवस्था सुचारू रूप से हो सकेगी। बस्ती जिले से पोर्टल और मोबाइल ऐप के जरिये गोशाला मैनेजमेंट का अनूठा प्रयोग शुरू हो रहा है। प्रमुख सचिव पशुपालन के सामने भी इसका प्रजेंटेशन दिया जा चुका है। उन्होंने इस ऐप को पूरे प्रदेश में लागू करने के लिये सैद्धान्तिक सहमति भी दी है।

बस्ती महोत्सव पर मुख्यमंत्री करेंगे शुभारम्भ

डीएम के मुताबिक जिले में पोर्टल और ऐप तीन सप्ताह में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। कोशिश की जा रही है कि बस्ती महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसका शुभारम्भ कराया जाय। उन्होंने बताया कि जिले में 114 स्थायी व अस्थायी गो आश्रय स्थल हैं। दो बान्हा स्थायी गोआश्रय व एक वृहद गोआश्रय स्थल है। अभी क निर्माणाधीन है। सभी में पशुओं के लिये चारा, भूसा की उपलब्धता, वहां तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति व पशु डॉक्टरों के विजिट आदी की ऐप से ही मॉनिटरिंग की जाएगी।

ब्लॉक स्तर पर करायी जाएगी ट्रेनिंग

ऐप और पोर्टल के इस्तेमाल के लिये पशु चिकित्साधिकारियों की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। इसी सप्ताह ग्राम प्रधान, सचिव और सफाई कर्मियों की ट्रेनिंग ब्लॉक स्तर करायी जाएगी। गो आश्रय स्थलों की मैपिंग कराकर इससे संबंधित सभी सूचनाएं पोर्टल पर दर्ज की जा चुकी हैं। अगले सोमवार से रोजाना की सूचना अपलोड होनी शुरू हो जाएगी। सूचनाओं की मॉनिटरिंग ब्लॉक, तहसील और जिले स्तर पर अधिकारी करेंगे।

By Satish Srivsstava