तेल मालिश से सेहतमंद हाेगी त्वचा
तेल से मसाज करने के लिए बोलने का मतलब यह नहीं है कि हम आपको घंटों लगाकर किए जाने वाले परंपरागत मसाज की सलाह दे रहे हैं। इसके लिए जब आप सोकर उठें तब सिर्फ 15 मिनट का समय निकालें। तेल गुनगुना करें और पूरे शरीर पर इसे लगाएं। इसे चेहरे और सिर पर भी लगाएं। इसे एक घंटा लगे रहने दें। इस बीच अपनी अन्य दिनचर्या जैसे कि अखबार पढ़ना, नाश्ता बनाना या करना आदि काम निबटा लें। अब नहाकर पूरे दिन के लिए तैयार हो जाएं। अगर आप हफ्ते में दो दिन भी इस प्रक्रिया को करें, तो भी आपकी त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहेगी। इसका असर सिर्फ सर्दियों तक ही नहीं इसके बाद भी आपको दिखेगा। नारियल तेल इसके लिए सबसे बेहतर और आसानी से उपलब्ध तेल है, जो त्वचा और शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है। आप मालिश के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
तेल से मसाज करने के लिए बोलने का मतलब यह नहीं है कि हम आपको घंटों लगाकर किए जाने वाले परंपरागत मसाज की सलाह दे रहे हैं। इसके लिए जब आप सोकर उठें तब सिर्फ 15 मिनट का समय निकालें। तेल गुनगुना करें और पूरे शरीर पर इसे लगाएं। इसे चेहरे और सिर पर भी लगाएं। इसे एक घंटा लगे रहने दें। इस बीच अपनी अन्य दिनचर्या जैसे कि अखबार पढ़ना, नाश्ता बनाना या करना आदि काम निबटा लें। अब नहाकर पूरे दिन के लिए तैयार हो जाएं। अगर आप हफ्ते में दो दिन भी इस प्रक्रिया को करें, तो भी आपकी त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहेगी। इसका असर सिर्फ सर्दियों तक ही नहीं इसके बाद भी आपको दिखेगा। नारियल तेल इसके लिए सबसे बेहतर और आसानी से उपलब्ध तेल है, जो त्वचा और शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है। आप मालिश के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
एक्सफोलिएट और भाप लेना भी जरूरी
चूंकि हम सर्दियों में रूखेपन से बचाव के लिए अपनी त्वचा पर ज्यादा क्रीम और तेल लगाते हैं, इसके चलते कई बार त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं। इससे त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए त्वचा को हर दस दिन में एक बार एक्सफोलिएट करने की सलाह दी जाती है। त्वचा की मृत कोशिकाएं हटाने और इसे सा करने के लिए कोई जेंटल स्क्रब लें और हाथों को गोल-गोल घुमाते हुए इसे लगाएं। महीने में एक बार भाप यानी स्टीम थेरेपी भी लें। इससे त्वचा मुलायम होगी, इसके रोमछिद्र खुलेंगे और इससे ब्लैक हेड्स और मुहासे हट जाएंगे। ऐसी कोई भी प्रक्रिया जिससे त्वचा के रोमछिद्र खुलते हैं और मृत कोशिकाएं हटती हैं, ऐसी प्रक्रिया त्वचा को पोषण और मॉइश्चचराइजर सोखने में मददगार होती है।
चूंकि हम सर्दियों में रूखेपन से बचाव के लिए अपनी त्वचा पर ज्यादा क्रीम और तेल लगाते हैं, इसके चलते कई बार त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं। इससे त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए त्वचा को हर दस दिन में एक बार एक्सफोलिएट करने की सलाह दी जाती है। त्वचा की मृत कोशिकाएं हटाने और इसे सा करने के लिए कोई जेंटल स्क्रब लें और हाथों को गोल-गोल घुमाते हुए इसे लगाएं। महीने में एक बार भाप यानी स्टीम थेरेपी भी लें। इससे त्वचा मुलायम होगी, इसके रोमछिद्र खुलेंगे और इससे ब्लैक हेड्स और मुहासे हट जाएंगे। ऐसी कोई भी प्रक्रिया जिससे त्वचा के रोमछिद्र खुलते हैं और मृत कोशिकाएं हटती हैं, ऐसी प्रक्रिया त्वचा को पोषण और मॉइश्चचराइजर सोखने में मददगार होती है।
सनस्क्रीन भी उपयाेगी
सिर्फ इसलिए क्योंकि इन दिनों ज्यादा तीखी धूप नहीं निकल रही, आप सनस्क्रीन का इस्तेमाल बंद नहीं कर सकते हैं। सच तो यह है कि सर्दियों में हम धूप के संपर्क में ज्यादा देर तक रहना चाहते हैं, ऐसे में हमें त्वचा को सूरज की खतरनाक किरणों से बचाने की ज्यादा जरूरत होती है। तेज धूप हो अथवा हल्की, दोनों ही मामलों में यूवी किरणें खतरनाक साबित होती हैं। यहां तक ठंड के दिनों में भी।
सिर्फ इसलिए क्योंकि इन दिनों ज्यादा तीखी धूप नहीं निकल रही, आप सनस्क्रीन का इस्तेमाल बंद नहीं कर सकते हैं। सच तो यह है कि सर्दियों में हम धूप के संपर्क में ज्यादा देर तक रहना चाहते हैं, ऐसे में हमें त्वचा को सूरज की खतरनाक किरणों से बचाने की ज्यादा जरूरत होती है। तेज धूप हो अथवा हल्की, दोनों ही मामलों में यूवी किरणें खतरनाक साबित होती हैं। यहां तक ठंड के दिनों में भी।